महारुद्र यज्ञ से पूर्व रुड़की में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं इस यात्रा में शामिल हुईं। शिव बरात और झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। वहीं श्रद्धालु भजनों पर जमकर झूमे। रुड़की के सुनहरा स्थित जीवनदीप आश्रम में 10 से 17 मार्च तक आयोजित होने वाले महारुद्र यज्ञ से पूर्व आयोजित शोभायात्रा नहर किनारे लक्ष्मी नारायण मंदिर से महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी के सानिध्य में शुरू हुई। मंत्रोच्चारण के साथ पुरोहितों ने पूजा-अर्चना कर महिलाओं ने पवित्र कलश यात्रा प्रारंभ की। रथ पर आचार्य रमेश सेमवाल एवं आचार्य रजनीश शास्त्री विराजमान रहे। स्वामी यतींद्रानंद गिरी महाराज ने कहा कि जो महिलाएं इस पवित्र कलश को रखकर कलश यात्रा में प्रतिभाग करती हैं, उनके सारे कष्ट मिट जाते हैं। इस कलश यात्रा में 500 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया एवं कलश में पवित्र जल लेकर जीवनदीप आश्रम तक कलश यात्रा निकाली गई। यहां, स्वामी यतींद्रानंद महाराज ने वेद मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापना की।