महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ धाम में 10 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। वहीं देशभर के भोले भक्त बाबा विश्वनाथ के लाइव दर्शन 36 घंटे तक लगातार कर सकेंगे। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में पांच द्वार से प्रवेश और निकास का इंतजाम किया गया है।

देवों के देव महादेव महाशिवरात्रि पर 45 घंटे अनवरत जागेंगे। यह पहला मौका होगा जब देश ही नहीं दुनिया भर के भक्त बाबा विश्वनाथ के लाइव दर्शन 36 घंटे तक लगातार कर सकेंगे। महाशिवरात्रि पर धाम में पांच द्वार से प्रवेश और निकास का इंतजाम किया गया है। इस बार श्री काशी विश्वनाथ धाम में 10 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। गोदौलिया से लेकर मंदिर के प्रवेश द्वार तक बैरिकेडिंग लगाई जा रही है। सात मार्च की मध्य रात्रि से ही श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए कतारबद्ध हो जाएंगे। मंगला आरती के साथ ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पिछले साल महाशिवरात्रि पर आठ लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किया और इस बार अनुमान है कि श्रद्धालुओं की संख्या आठ से 10 लाख तक पहुंच सकती है। तीन दशक के बाद पहली बार श्रद्धालु ज्ञानवापी तहखाने में स्थापित देवी-देवताओं के दर्शन कर सकेंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि पहली बार 36 घंटे तक मंदिर के गर्भगृह से महाशिवरात्रि पर लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। मंदिर के सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म के जरिये श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकेंगे। आठ मार्च की भोर में मंगला आरती के साथ ही लाइव स्ट्रीमिंग शुरू होगी और नौ मार्च को भोग आरती के साथ इसे विराम दिया जाएगा।