|| धर्म सभा ||

माघ मेला प्रयागराज के सेक्टर-3 के त्रिवेणी मार्ग स्थित श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज के माघ मेला शिविर के पण्डाल में धर्म सभा का आयोजन हुआ । जिसमे उपस्थित दण्डी संन्यासियों एवम् प्रबुद्ध सनातनियों को सम्बोधित करते हुए पूज्य शंकराचार्य जी महाराज ने कहा कि आने वाला समय सनातन धर्म को अपने प्रभावशाली रूप में प्रतिष्ठित होने का समय है । सनातन धर्म, संस्कृति एवम् विरासत के विरूद्ध आज भी अनेकों षड्यंत्र चल रहे हैं । सनातन धर्मावलम्बी अपने जिन मठ मन्दिरों में सनातन धर्म की समृद्धि के लिए अपनी गाढ़ी कमाई का कुछ अंश चढा़वे के रूप में समर्पित करता है, उनमें से लगभग साढ़े लाख मठ मन्दिरों पर सरकार का नियंत्रण है । वहाँ का धन विधर्मियों के ऊपर खर्च हो रहा है, जो बहुत ही गलत है । सरकार तत्काल सभी मठ-मन्दिरों को सरकारी नियन्त्रण से मुक्त कर सनातनी धर्माचार्यों और सनातनी विद्वत समाज के प्रबुद्ध जनों का बोर्ड बनाकर उन्हें सौंप दे । पूज्य शंकराचार्य जी महाराज ने कहा कि सनातनियों का धर्मान्तरण राष्ट्र के विरुद्ध षड्यंत्र और जेहाद है, क्योंकि धर्मान्तरण शुद्ध रूप से राष्ट्रान्तरण है, धर्मान्तरण से मात्र एक हिन्दू ही कम नहीं होता, अपितु राष्ट्र का एक शत्रु तैयार हो जाता है । इसलिए धर्मान्तरण कराने वाले के लिए आजीवन कारावास और उसकी सम्पूर्ण सम्पत्ति जब्त करने का कड़ा कानून सरकार को अविलम्ब बनाना चाहिए, तथा धर्मान्तरण कराने में संलिप्त व्यक्ति के सभी नागरिक अधिकार समाप्त कर देना चाहिए । स्वामी मुनीशाश्रम ने कहा कि देश में तत्काल जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना चाहिए । विश्वगुरु स्वामी करुणानन्द सरस्वती ने कहा कि देश में समान नागरिक संहिता आवश्यक है । स्वामी रामदेव आश्रम ने कहा कि देश में समान शिक्षा नीति की आवश्यकता है । इस अवसर पर स्वामी उड़िया बाबा, स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती, श्री अनुरागी जी आदि ने भी अपने विचार ब्यक्त किया । धर्मसभा में सनातनी श्रद्धालुओं के साथ-साथ सैकड़ों दण्डी संन्यासियों की उपस्थिति रही । धर्मसभा का संचालन स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती ने किया ।

–स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती

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