मकर संक्रांति से शुरू होकर महाशिवरात्रि तक चलने वाला आस्था का मेला गुरुवार से संगम की रेती पर शुरू होगा। इस बार 57 दिनों तक चलने वाले मेले के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर हैं। गुरुवार को पहले स्नान पर्व पर 80 लाख श्रद्धालुओं की पवित्र त्रिवेणी में डुबकी लगाने का अनुमान है।
माघ मेले के दौरान छह प्रमुख स्नान होंगे। इसकी शुरुआत गुरुवार को मकर संक्रांति से होगी। प्रशासन का अनुमान है कि इस बार साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज आएंगे। मेला क्षेत्र में कोरोना की गाइड लाइन को पूरा कराने के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं। सभी तीर्थ पुरोहितों से आने वाले कल्पवासियों का ब्योरा लेकर इसे वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है।अब तक 15 हजार लोगों का ब्योरा प्रशासन को मिल चुका है। इसे वेबसाइट पर अपलोड करने के साथ जहां से लोग आ रहे हैं, उनके प्रशासन को उपलब्ध करा दिया गया है। जिससे इन सभी लोगों का कोरोना पॉजिटिव होने का टेस्ट कराया जा सके। इस बार मेले में साधु संतों के शिविरों में पंडाल में कटौती की गई है। मेले में इस बार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। शौचालयों की संख्या लगभग तीन गुनी की गई है। पांच सेक्टरों में मेला लगाया जा रहा है। मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी का कहना है कि हमारी तैयारी पूरी है।