मकर संक्रांति पर माघ मेले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। संगम पर कमांडो की तैनाती की गई है। इसके साथ ही एटीएस, रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी की टीमों के साथ एसडीआरएफ की टीमों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। 150 सीसीटीवी कैमरों से मेले का चप्पा चप्पा पुलिस की नजर में रहेगा। बुधवार को डीआईजी और नोडल पुलिस अधिकारी ने मेले में तैनाती का निरीक्षण किया। बुधवार को रिहर्सल भी की गई। इसके बाद फोर्स को ड्यूटी प्वाइंट पर तैनात कर दिया गया है।
मकर संक्रांति के अवसर पर माघ मेले में 5000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। इनमें पुलिस, पीएसी, होमगार्ड, रैपिड एक्शन फोर्स, समेत तमाम फोर्स के जवान शामिल हैं। इसमें एटीएस और आरएएफ के कमांडों भी शामिल हैं जिनकी तैनाती संगम पर की गई है। संगम पर ड्रोन की भी तैनाती होगी। इसके अलावा बीडीडीएस (बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वायड) और एएस (एंटी सबोटेज) टीमें भी तैनात कर दी गई हैं। 150 सीसीटीवी कैमरों से मेले के चप्पे चप्पे पर निगाह रखी जा रही है।
कैमरों पर संदिग्ध लोगों के दिखने पर तुरंत स्थानीय फोर्स को एलर्ट किया जा रहा था। एसडीआरएफ की टीमें संगम पर तैनात रहेंगी। पीएसी की बाढ़ राहत की तीन कंपनियों की तैनाती की गई है। बुधवार को फोर्स ने एक साथ रिहर्सल किया और उसके बाद सभी को उनके ड्यूटी प्वाइंट पर तैनात कर दिया गया। रिहर्सल से पहले ड्यूटी के बारे में फोर्स को ब्रीफ किया गया। डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी और नोडल पुलिस अफसर आशुतोष मिश्रा ने माघमेले में फोर्स का निरीक्षण किया और उन्हें दिशा निर्देश दिए। दोनों अधिकारियों ने फोर्स से श्रद्धालुओं से विनम्र रहने को कहा।
फोर्स को ब्रीफ करने के बाद उन्हें ड्यूटी प्वाइंट पर तैनात कर दिया गया। निरीक्षण के दौरान जहां भी कमियां मिलीं, उन्हें दूर कर लिया गया।