मकर संक्रांति पर पहाड़ के विभिन्न स्थानों से देव डोलियों का भी आगमन धर्मनगरी में हुआ। ढोल दमाऊ की थाप के साथ देव डोलियां लेकर पहुंचे भक्तों का भव्य स्वागत किया गया। मां धारी देवी की डोली पहुंचते ही, धर्मनगरी जयकारों से गुंजायमान हो गई। मां गंगा की पूजा-अर्चना के बाद देवी-देवताओं को भी दोपहर बाद शुभ मुहूर्त में गंगा स्नान कराया गया