शारदीय नवरात्र तक माता को गर्भ गृह में स्थापित करने की तैयारी, एक साल में नया मंदिर बनकर तैयार होगा!
गुरुग्राम। श्रीमाता शीतला के नए भवन का निर्माण शीघ्रता से किया जाएगा। माता के मंदिर के पुराने आर्किटेक्ट पीवीसी कंसल्टेंसी को बदल कर नए आर्किटेक्ट को लगाया जाना है। मंदिर की नई संरचना को लेकर नगर निगम और उच्चाधिकारियों के बीच एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उच्चाधिकारी, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कुमार, नगर निगम के अधिकारी आदि शामिल हुए।
इस बैठक में मंदिर के शीघ्र निर्माण को लेकर चर्चा हुई। मंदिर में वास्तु में कई परिवर्तन किए गए हैं। मंदिर निर्माण को पूरा करने के लिए टेंडर किए गए हैं। करीब 4.8 एकड़ में विस्तृत नए मंदिर का निर्माण पिछले साल अक्तूबर में पूरा होना था मगर बाद में पुराने नक्शे में परिवर्तन किया गया। अब दूसरे नक्शे में भी परिवर्तन किया गया है।
शारदीय नवरात्र तक गर्भ गृह में विराजेंगी माता
नगर निगम के मुख्य अभियंता विशाल बंसल ने बताया कि नए टेंडर का काम जल्द पूरा कराने के लिए किया गया है। हालांकि अधूरे मंदिर को पूरा करने के लिए करीब एक साल का समय लिया गया है मगर कोशिश होगी की शारदीय नवरात्र तक माता शीतला पुराने सत्संग हॉल से नए भवन की दूसरी मंजिल पर बनने वाले गर्भ गृह में विराजे। वर्ष 2016 में नए मंदिर के निर्माण की शुरुआत के बाद से माता को मंदिर के गर्भ गृह से निकालकर सत्संग हॉल में रख दिया गया। तब से माता के दर्शन सत्संग भवन में चल रहा है। मंदिर के करीब 80 प्रतिशत भाग को घेर कर नए मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। मंदिर नागर शैली में बनाया जा रहा है, इसकी डिजाइन में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।