भगवान की आंखों पर बंधी पट़्टी खोलने से पहले भगवान का 121 कलशों के जल से अभिषेक होगा। इसके बाद भगवान के नेत्रों को नेत्रमिलन की विधि से खोला जाएगा।
रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूजन के वक्त नेत्र मिलन की विधि होगी। इसके बाद ही भक्त रामलला के दर्शन कर पाएंगे। नेत्रमिलन की विधि में यजमान पीएम नरेंद्र मोदी मूर्ति के पीछे खड़े होकर और मूर्ति के सामने लगे दर्पण में देखते हुए सोने के तार से घी और शहद मिश्रित विशेष काजल मंत्रोच्चार के साथ मूर्ति के नेत्रों में लगाएंगे। इसके बाद मूर्ति के सामने स्वर्ण रखा जाता है। भगवान की आंखों पर बंधी पट़्टी खोलने से पहले भगवान का 121 कलशों के जल से अभिषेक होगा। इसके बाद भगवान के नेत्रों को नेत्रमिलन की विधि से खोला जाएगा। पंडित कौशल्यांनदन बताते हैं कि किसी भी मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा में नेत्रमिलन की विधि बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। यह पूजन विधि पूरी होने के बाद ही भक्त भगवान का पहली बार दर्शन कर पाते हैं। भगवान की पहली दृष्टि काफी तीखी होती है, इसलिए उस दृष्टि को सौम्य करने के लिए यह वैदिक विधि अपनाई जाती है।