कुरुक्षेत्र। गीता ज्ञान संस्थानम में अंतरराज्जीय जूनियर रैडक्रास प्रशिक्षण शिविर पांचवे दिन वीरवार को भी जारी रहा, जिसमें गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद भी मुख्य तौर पर शुभारंभ अवसर पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक के लिए यह जरूरी है कि वह एकाग्र भाव से शिक्षा के प्रचार प्रसार में अपना योगदान दे । एक विधार्थी एकाग्र भाव से शिक्षा प्राप्त कर श्रेष्ठ समाज का निर्माण करें । शिविर से प्राप्त ज्ञान को एकाग्र भाव से प्राप्त करे और मानव कल्याण के लिए उसका उपयोग करें। गीता हमें सिखाती है कि जिस भी काम को हम करें उसमें शारीरिक और मानसिकता रूप से उपस्थित रहे । शिविर निदेशक रामाशीष मंडल और संयुक्त शिविर निदेशक विनीत गाबा ने स्वामी ज्ञानानंद का शिविर में पहुंचने पर स्वागत किया। शिविर में रिसोर्स पर्सन, अंजू शर्मा ने बेहोशी, रिकवरी पोजीशन के बारे में प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि बेहोश व्यक्ति को कभी भी मुंह से खाने पीने के लिए कुछ नहीं देना चाहिए। दोपहर के बाद प्रतिभागियों को पैनोरमा, कृष्ण संग्रालय, बाणगंगा, ज्योतिसर लाइट एंड साउंड शो का भ्रमण करवाया । इस मौके पर अकुंश, डॉ पंकज गौड़, मीना कुमारी, अन्जू शर्मा, कृष्ण कक्कड, राजकुमार परेवा, विजय भारद्वाज, अंजू रानी, सोनिया,पवन कुमार, कृष्णा देवी, करण सिंह, सियालदाह डायिंलग, कीर्ति सूरज मौर्य, संदीप शर्मा, विनय चौधरी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे ।