अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के रूप मनाई जा रही है। ऐसे में उनकी जन्मस्थली आगरा के बटेश्वर में सीएम योगी पहुंचेंगे। यहां वह सांस्कृतिक संकुल केंद्र का लोकार्पण करेंगे।

उत्तर प्रदेश के आगरा के बाह क्षेत्र स्थित बटेश्वर में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचेंगे। यहां वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सांस्कृतिक संकुल केंद्र का लोकार्पण करेंगे। इससे पहले रविवार को अटल संकुल केंद्र जाने वाली सड़क पर डामरीकरण किया गया। इतना ही नहीं जनसभा स्थल से संकुल केंद्र तक पड़ने वाले बटेश्वर के किले के अवशेषों से झांड़ियों की सफाई भी की गई है।
दूसरे हेलीकॉप्टर का फ्लाइट ट्रायल भी सफल
वहीं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के सिरसागंज स्थित आवास से बटेश्वर तक शनिवार को पहले हेलीकॉप्टर की ट्रायल फ्लाइट सफल रही थी। फ्लाइट के बाद उतारे गए हेलीकॉप्टर को जनसभा स्थल के पास रखा गया है। रविवार को शाम तीन बजे सिरसागंज से बटेश्वर तक दूसरे हेलीकॉप्टर की ट्रायल फ्लाइट हुई। जनसभा स्थल के ऊपर उड़ान भरने के बाद हेलीकॉप्टर को वन चेतना केंद्र के पास बने हेलीपैड पर उतारा गया। करीब एक घंटे बाद हेलीकॉप्टर ने वापसी की उड़ान भरी। ट्रायल फ्लाइट पर गतिविधि निदेशक लोकेश शर्मा की नजर रही।
दोनों हेलीकॉप्टर शनिवार को नोएडा से सिरसागंज पहुंचे थे। दूसरे हेलीकॉप्टर की ट्रायल फ्लाइट क्षेत्र में कौतूहल का विषय बनी रही। वहीं पांडेय धर्मशाला के सामने वाले मैदान में हॉट एयर बैलून का रविवार को भी ट्रायल नहीं हो पाया। शाम को बैलून में हवा भरी गई तो उत्सुकता बस लोग भी वहां पहुंच गए। लेकिन, अंधेरे और कोहरे की वजह से उड़ान नहीं भर पाया।
तीन दिवसीय कृषि मेले का आयोजन
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मोत्सव बटेश्वर में सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इसके साथ तीन दिवसीय कृषि मेले का शुभारंभ होगा। जनसभा स्थल से सटाकर कृषि विभाग के 10 स्टॉल लगा दिए थे। रविवार देर शाम पहुंचे डीएम भानुचन्द्र गोस्वामी ने सुरक्षा कारणों से स्टॉल हटाकर सांस्कृतिक प्रेक्षाग्रह के नजदीक लगाने के निर्देश दिए। उप-निदेशक कृषि पीके मिश्रा ने बताया कि सोमवार को तीन दिवसीय कृषि मेले का शुभारंभ होगा। इसमें किसानों को उन्नतशील खेती के लिए जागरूक एवं प्रेरित किया जाएगा।
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन
यहां उखड़कर लटकती ककई ईंटों को हटाया गया है। ताकि मार्ग पर ईंट आदि गिरने का खतरा न रहे। इतना ही नहीं इस मार्ग की बिजली की लाइनों के झूलते तारों को दुरुस्त किया गया। मार्ग की दीवारों का रंग-रोगन कराया गया है। सभा स्थल के सामने तालाब में मिट्टी का भराव देर शाम तक चला। घाटों की सफाई के बाद अतिक्रमण हटाया गया। मंदिर के सामने की दुकानों को होडिंग लगाकर बंद कर दिया गया।