काले गंगा जल पर साधु-संतों की आंदोलन की चेतावनी के बीच रविवार को हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने संगम तट की स्थिति का जायजा लिया। गंगा पर हाईकोर्ट में दाखिल जनहित याचिका के वकील विजय चंद्र श्रीवास्तव के साथ कई अधिवक्ताओं ने काले गंगा जल की स्थिति पर चिंता जताई। संगम का निरीक्षण करने वाली टीम के वकीलों ने बताया कि इस मसले पर नए सिरे से जनहित याचिका दाखिल की जाएगी।माघ मेले के प्रथम स्नान पर्व मकर संक्रांति से पहले संगम पर गंगा जल काला पड़ने की जानकारी मिलने के बाद वकीलों ने भी चिंता जताई है। हाईकोर्ट में गंगा पर जनहित याचिका दाखिल करने वाले अधिवक्ता विजय चंद्र श्रीवास्तव और सुनीता शर्मा ने रविवार की दोपहर बाद संगम तट पर स्थिति का जायजा लिया। अधिवक्ता विजय चंद्र ने निरीक्षण के बाद बताया कि संगम पर अब भी काला जल बना हुआ है। उन्होंने बताया कि इसकी वजह गंगा में नालों के गंदे पानी का बहना है।उन्होंने बताया कि गंगा में मौजूदा समय 83 नाले गिर रहे हैं। इसमें से अब तक एक भी नाले को बंद नहीं किया गया है। ऐसे में माघ मेले से पहले संगम पर जल काला पड़ गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर वह हाईकोर्ट में एक और जनहित चायिका दाखिल करेंगे, ताकि गंगा की अविरलता-निर्मलता के प्रति अफसर सजग हो सकें। उन्होंने कहा कि संगम पर गंगा जल तब काला हो रहा है, जब माघ मेले में देश-दुनिया से संत और भक्त कल्पवास के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में यूपी और उत्तराखंड की सरकारों को तत्काल इस पर ठोस कदम उठाना चाहिए।

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