नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटक त्रिवेणीघाट, लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम, मुनि की रेती और तपोवन क्षेत्र पहुंचे। गंगा घाट और आस्था पथ पर्यटकों से गुलजार रहा। रामझूला और जानकीसेतु पर दिनभर सैलानियों की आवाजाही रही। नेपाली फार्म से लेकर तपोवन तक वाहनों का दबाव रहा।
रविवार को अवकाश होने के कारण सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय बंद रहे। नए साल का जश्न मनाने के लिए विभिन्न प्रांतों के पर्यटक और सैलानी सपरिवार ऋषिकेश पहुंचे। यहां पर्यटकों ने गंगा घाट और तटों पर मौज मस्ती की। कई सैलानी गंगा नदी में अठखेलियां करते हुए नजर आए। त्रिवेणी घाट, साईं घाट, लक्ष्मणझूला अंतर्गत संत सेवा घाट, किरमोला घाट, सीता घाट, नाव घाट, लक्ष्मीनारायण घाट, परमार्थ निकेतन घाट, गीताभवन घाट, वानप्रस्थ घाट और वेद निकेतन घाट पर पर्यटकों की भीड़ देखने को मिली।
रामझूला और जानकीसेतु पर भी भीड़ रही। नए साल पर कई पर्यटक राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क अंतर्गत चौरासी कुटिया घूमे। बैराज से लेकर मुनि की रेती स्थित नाव घाट तक बने आस्था पथ पर स्थानीय लोगों के अलावा सैलानियों की चहलकदमी बनी रही। तपोवन, मुनि की रेती, स्वर्गाश्रम, लक्ष्मणझूला और ऋषिकेश के मुख्य बाजार में लोग खरीदारी करने के लिए उमड़े।
नए साल के जश्न को यादगार बनाने के लिए पर्यटकों और सैलानियों ने मोबाइल कैमरे से फोटो खींचे। नए साल की शुरूआत पर कई लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। गंगा घाट और तटों पर बैठे जरूरतमंदों को अन्न, धन और कपड़े दान किए। सुबह से मौसम में ठंडक के कारण पर्यटकों ने साहसिक खेल राफ्टिंग में कमी रुचि दिखाई। सुबह से लेकर शाम तक गंगा नदी में गिने चुनी राफ्टें ही दिखाई दी। यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह पुलिस, होमगार्ड और पीआरडी के कर्मचारी तैनात दिखे।