अमृतसर 15 अक्टूबर (पूनम)सनातन धर्म की परंपराओं को बचाने व युवा पीढ़ी को सनातन धर्म की विशेषताओं को बताने के लिए एक अहम बैठक संत समाज के अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में अमृतसर संत संत समाज ने भाग लिया। श्री दुर्गियाना तीर्थ के हॉल में हुई इस बैठक में प्रधान लक्ष्मीकांता चावला ने आए हुए संत समाज का स्वागत किया। बैठक में आई हुई संगत को संबोधित करते हुए श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी मनोज जी महाराज ने अपने विचार रखे उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी सनातन धर्म की परंपराओं को लगातार भूलती जा रही है उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी अपने धर्म से विमुख होकर दूसरे धर्म की ओर आकर्षित होती जा रही है जो कि सरासर गलत है। उन्होंने युवा पीढ़ी को समझाते हुए कहा कि अपने धर्म से वही लोग विमुख होते हैं जो अपनी परंपराओं को जान नहीं पाते उन्होंने कहा कि युवाओं का फर्ज बनता है कि वह सबसे पहले अपने सनातन की परंपराओं को समझें और जाने फिर उसके ऊपर कटाक्ष करें। इस मौके पर तीर्थ की प्रधान व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो लक्ष्मीकांता चावला, महासचिव अरुण खन्ना, डॉ राकेश इसके अलावा संत समाज से महामंडलेश्वर अश्लील जी महाराज , आत्मज्योति आदि लोग मौजूद थे।