मथुरा के वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में मंगला आरती के वक्त हुआ हादसा प्रशासन और पुलिस की लापरवाही का नतीजा है। जिस वक्त ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर प्रांगण में यह हादसा हुआ उस वक्त जनपद के तीन बड़े अधिकारी डीएम, एसएसपी और नगर आयुक्त मंदिर की ऊपरी मंजिल पर मौजूद थे। बांकेबिहारी मंदिर के सेवायतों के अनुसार अधिकारियों के परिजन छत पर बनी बालकनी से दर्शन कर रहे थे। परिजनों की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों की ओर से ऊपरी मंजिल के गेट को नीचे से बंद करा दिया गया था। एक सीओ स्तर के अधिकारी को सुरक्षा में तैनात कर दिया गया था। जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस समय मंदिर के कुछ सेवायतों के साथ श्रद्धालु भगदड़ से बचने के लिए ऊपरी मंजिल पर जाने का प्रयास करने लगे, लेकिन वहां तैनात रहे सीओ एवं पुलिसकर्मियों ने लोगों को ऊपरी मंजिल पर नहीं जाने दिया गया। इससे लोगों को बचाने में परेशानी आई।
आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि जिले के तमाम प्रशासनिक, पुलिस के अधिकारी अपने परिजनों सहित वीआईपी दर्शन करने में व्यस्त रहे। एक पुलिस अधिकारी ने अपने परिवार को वीआईपी गैलरी में दर्शन कराने के लिए कर्मचारियों को फटकार भी लगाई। कहा कि भीड़ हटाएं और इन्हें दर्शन कराने की व्यवस्था करें। रात दो बजे जब मंगला आरती शुरू होने से पहले ही भीड़ का दबाव काफी बढ़ गया था। भक्त बेहोश हो रहे थे। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने पहले परिवारों को सुरक्षित वहां से निकाला।
बांकेबिहारी मंदिर में मौजूद पुलिस
हर त्योहार से पहले प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी अपना होमवर्क करते हैं। इस कारण हादसे नहीं होते, लेकिन इस बार अधिकारी अति आत्मविश्वास से भरे थे। इसीलिए उन्होंने मंगला आरती के वक्त होने वाली भीड़ का आंकलन ही नहीं किया और न उन्होंने कोई विशेष इंतजाम किए।
बालकनी में खड़े आला अधिकारी
घटना के बाद प्रशासनिक इंतजाम पर सवाल खड़े होने लगे हैं। अधिकारियों के एक वर्ग का दावा है कि इस बार सीनियर अधिकारी कुछ अधिक ही आत्मविश्वास से भरे थे। मंदिर समिति के साथ जन्माष्टमी के मौके पर भीड़ नियंत्रण को लेकर कोई बैठक नहीं हुई, जिसका परिणाम सामने है।
विज्ञापन
बांकेबिहारी मंदिर से निकलते श्रद्धालु
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में जन्माष्टमी पर शुक्रवार देर रात मंगला आरती के समय भीड़ के दबाव के कारण दम घुटने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि सात घायल श्रद्धालु घायल हो गए थे। हादसे में 50 से 60 श्रद्धालु चोटिल भी हुए थे। इस घटना के कई वीडियो भी सामने आए हैं।

By Tarun

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhand