शहर से होकर गुजरे 4.95 लाख शिवभक्त कांवड़िये
शामली। शिवरात्रि की शाम हरिद्वार से राजस्थान और हरियाणा जाने वाले पैदल व डीजे लगी डाक कांवड़ियों का सैलाब शहर में थम गया। जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक इस साल कांवड़ियों ने पिछले कई सालों के रिकार्ड तोड़ दिए दिए। राजस्थान और हरियाणा के 4.95 लाख कांवड़िये शामली से होकर गुजरे है। जिनमें 3.70 लाख डाक और 1.25 लाख पैदल कांवडियें शामिल हैं। इस साल बाइक और साइकिल सवार कांवडियें बड़ी तादाद में निकले हैं।
कोरोना काल से पहले शहर से होते हुए हरियाणा और राजस्थान के करीब दो लाख कांवड़िये गुजरते थे। दो साल बाद कांवड़ यात्रा शुरू हुई तो शिवभक्तों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। जिला प्रशासन की ओर से शहर के शिव चौक पर कराई गई गणना के मुताबिक शिवरात्रि के दिन शाम चार बजे तक 4.95 लाख शिवभक्त गुजरे हैं। एडीएम संतोष कुमार सिंह ने 4.95 लाख शिवभक्तों का हरियाणा और राजस्थान जाने शिवभक्तों का आंकड़े जारी कर दिए हैं।बाइक और साइकिल सवार भी बड़ी संख्या में आए
सावन माह शुरू होते की राजस्थान के पैदल शिव भक्त कांवड़ियों का हरिद्वार से शहर में आगमन शुरू हो गया था। रविवार सुबह से डाक कांवड़िये शहर में आने लगे थे। सोमवार को सुबह से हरिद्वार से डाक कांवडियों सख्या में वृद्घि और पैदल कांवड़ियों की संख्या में कमी होती चली गई। मंगलवार को दोपहर बाद डाक कांवड़ वाहनों की संख्या कम हो गई । शाम चार बजे के बाद बहुत कम संख्या में डाक और पैदल कांवड़ियां शामली से होकर निकले। इस साल बाइक ओर साइकिल सवार कांवड़ियां भी बड़ी संख्या में आए हैं।
पांच दिन बाद खुले रास्ते तो मिली राहत
कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन ने इस बार अधिक सतर्कता बरती। हादसे की आशंका को देखते हुए शहर के कई रास्ते बंद कर दिए गए। चौपहिया वाहनों और ई-रिक्शा के आवागमन पर भी रोक लगा दी। जिसके चलते शहर के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दो दिन शहर का मुख्य मार्ग डाक कांवड़ियों के हवाले रहा। मंगलवार शाम को डाक कांवड़ कम होने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
शामली में गंगा जल लेकर दौड़ते डाक कांवड़िये।
शामली में गंगाजल लेकर गुजरते शिवभक्त।