रविवार को दोपहर बाद पौने चार बजे से शुरू मूसलाधार बारिश सवा घंटे तक होती रही, जिससे राजधानी देहरादून के अधिकतर इलाकों की सड़कों और मोहल्लों में घुटनों तक पानी भर गया, जिससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। इस दौरान बारिश का पानी लोगों के घरों और दुकानों में घुसने कीमती सामान भी बर्दास्त बर्बाद हो गया। घरों और दुकानों में घुसे पानी को निकालने के लिए लोग जद्दोजहद करते नजर
वहीं, पहाड़ों की रानी मसूरी में रविवार को हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। भारी बारिश के चलते भट्टा फाल में बाढ़ सी स्थिति नजर आई, जबकि लंढौर का बूचड़खाना नाला बंद होने से तेज रफ्तार से पानी सड़क पर बहने लगा, जिससे सड़क पर खड़ी स्कूटी और बाइक पानी में तैरते नजर आए।
शहर में रविवार को दोपहर बाद हुई भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया। तेज बारिश से पर्यटक स्थल भट्टा फाल ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस सीजन में पहली बार भट्टा फाल में बाढ़ जैसे हालात देखने को मिले। फाल में पानी इतना ज्यादा हो गया कि दूर तक भी लोग आसपास खड़े नहीं रह पाए। भट्टा फाल के व्यापारी उपेंद्र दत्त सेमवाल ने बताया कि क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते फाल का पानी बहुत अधिक बढ़ गया, जिससे फाल के चारों ओर फिर कचरा फैल गया।
बताया कि भट्टा फाल में दिन में इस सीजन में पहली बार भारी मात्रा में पानी देखने को मिला। वहीं, शहर के लंढौर बूचड़खाना क्षेत्र में बरसाती नाला बंद होने से क्षेत्र का पानी मोहल्ले के बीच जाने वाले रास्ते में बहने लगा, जिससे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई।
सड़क पर पानी का बहाव इतना तेज था कि खड़ी दो स्कूटी और एक बाइक पानी के साथ बहने लगी। साथ ही कुछ घरों में पानी घुसने की सूचना है। स्थानीय लोगों ने बरसाती नालों को ठीक करने की मांग की । मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी दून में 47 मिमी, सहस्रधारा में 45 और मसूरी में 37 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मूसलाधार बारिश से दून के डालनवाला, बलबीर रोड, सर्वे चौक, ईसी रोड, किशननगर, राजेंद्रनगर, नेहरू कालोनी, बसंत विहार, इंदिरानगर, जीएमएस रोड, शिमला बाईपास, आईएसबीटी, हरिद्वार बाईपास, महाराजा अग्रसेन चौक, सहारनपुर चौक, घंटाघर, राजपुर रोड, जाखन, चकराता रोड, इंदर रोड, दिलाराम चौक, बहल चौक समेत ज्यादातर इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया। उधर, मौसम विज्ञानियों ने अगले 20 घंटे के भीतर तेज गर्जना के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है।
उधर, मूसलाधार बारिश से कई जगहों पर ट्रांसफार्मर फुंकने व जंफर उड़ने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। बारिश रुकने के बाद यूपीसीएल इंजीनियरों की अगुवाई में कर्मियों ने आपूर्ति बहाल कराई। उधर, बारिश से स्मार्ट सिटी परियोजना के आधे अधूरे कार्यों के लिए भी मुसीबतें बढ़ा दी हैं। बारिश में इन सड़कों पर चलना दूभर हो गया है।