जिलाधिकारी और एसएसपी ने होटल, धर्मशाला एसोसिएशन एवं व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ कांवड़ मेले को लेकर बैठक की। जिसमें 14 से 27 जुलाई तक होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर मंथन किया गया। इस दौरान व्यापारियों ने पुलिस-प्रशासन के सामने अपने सुझाव रखे।

हरिद्वार

कांवड़ यात्रा के दौरान शहर में होटलों व धर्मशालाओं में बिना पहचान पत्र के कमरा नहीं मिलेगा। साथ ही कांवड़ियों की भीड़ के चलते व्यापारियों का माल दुकान में आने और ले जाने वाली समस्या को देखते हुए समय भी निर्धारित किया जाएगा।

मेला नियंत्रण भवन के सभागार में जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने होटल, धर्मशाला एसोसिएशन एवं व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ कांवड़ मेले को लेकर मंगलवार को बैठक की। इस बीच 14 से 27 जुलाई तक होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर मंथन हुआ। होटल एसोसिएशन हरिद्वार के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने बताया कि अब कांवड़िये होटल और धर्मशालाओं में ठहरना पसंद करते हैं।

पार्किंग की कहां-कहां व्यवस्था की जा सकती है, इस पर उन्होंने अपने सुझाव दिए। जिलाधिकारी ने होटलों के किराये की जानकारी ली। व्यापारियों ने बताया कि होटलों के किराये को लेकर कभी भी कोई विवाद नहीं हुआ। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी की भी गलत हरकतों का पता चले तो उसकी सूचना पुलिस को दी जाएगी। सीसीटीवी कैमरे अपनी दुकानों में लगाएं, जिसकी रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखें।

धर्मशालाओं में लगे 99 प्रतिशत सीसीटीवी

धर्मशाला एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश गौड़ ने बताया कि धर्मशालाओं में 99 प्रतिशत सीसीटीवी लगे हैं। कोई भी कमरा बिना पहचान पत्र के नहीं दिया जाता है। व्यापारियों की ओर से कांवड़ मेले के दौरान माल लाने और ले जाने में आने वाली दिक्कतों को लेकर जिलाधिकारी को अवगत कराया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दुकानों में कोई भी ऐसी चीज की बिक्री नहीं होनी चाहिए, जिसे हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन पीएल शाह, नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती, सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, एसडीएम पूरन सिंह राणा, कुलदीप शर्मा अध्यक्ष होटल एसोसिएशन, रवि अध्यक्ष भारत माता सप्त सरोवर व्यापार मंडल और भुवन गोस्वामी समेत अन्य व्यापारी नेता मौजूद रहे।

By Tarun

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