नगर पंचायत गंगोत्री से मिले आंकड़ों के मुताबिक तीन मई को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद से 23 जून तक जैविक और अजैविक कुल 10,782 किलो कचरा एकत्रित किया गया, जिसमें प्लास्टिक बोतल, गत्ता और पॉलिथीन, भोजन, पत्तल, सब्जी व फलों का अपशिष्ट शामिल रहा।

गंगोत्री धाम में तीर्थयात्रियों के साथ कचरे ने भी इस बार रिकॉर्ड बनाया है। यहां लगभग दो महीने में अब तक सर्वाधिक 10 हजार किलो से अधिक कचरा एकत्रित किया गया है। नगर पंचायत गंगोत्री ने प्लास्टिक बोतल सहित अन्य अजैविक कचरे को बेचकर 9032 रुपये कमाई भी की है।
पिछले दो साल कोरोना महामारी के चलते चारधाम यात्रा बुरी तरह प्रभावित रही थी। नगर पंचायत गंगोत्री से मिले आंकड़ों के मुताबिक तीन मई को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद से 23 जून तक जैविक और अजैविक कुल 10,782 किलो कचरा एकत्रित किया गया, जिसमें प्लास्टिक बोतल, गत्ता और पॉलिथीन, भोजन, पत्तल, सब्जी व फलों का अपशिष्ट शामिल रहा।
इससे पहले वर्ष 2018 के पूरे यात्रा काल में सर्वाधिक छह क्विंटल कचरा एकत्रित किया गया था। वहीं जैविक व अजैविक कचरे में से 4382 किलो अजैविक कचरे को बेचकर नगर पंचायत ने कमाई भी की। नगर पंचायत गंगोत्री के अधिशासी अधिकारी रविराज बंगारी का कहना है कि यात्रा काल में धाम में प्रतिदिन 200 किलो गीला जैविक कचरा और 100 किलो सूखा अजैविक कचरा एकत्रित किया।