नैनीताल। नैनीताल और इसके आसपास के क्षेत्रों में बुधवार को रुक-रुककर बारिश होती रही। इस बीच नैनीताल-भवाली रोड पर मलबा आने से यातायात बाधित रहा। सुबह के समय रूसी बाईपास भी कुछ समय से लिए बंद रहा। बाद में दोनों स्थानों पर जेसीबी मशीन की मदद से मलवा हटाकर यातायात सुचारू कराया गया। इधर, दिन भर आसमान बादलों से घिरा रहा और पहाड़ियों पर घना कोहरा छाया रहा।
मंगलवार रात से ही नैनीताल में मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा था। देर रात से शुरू हुई बारिश बुधवार को दिन भर होती रही। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा और सैलानियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश के बावजूद कई सैलानियों ने नौका विहार का आनंद उठाया। वहीं दूसरी ओर नालों से बहकर आए बरसाती पानी के साथ भारी मात्रा में गंदगी भी झील में पहुंच गई। सुबह के समय रूसी बाईपास रोड पर मलबा आया। वहीं नैनीताल भवाली रोड में कैलाखान के समीप मलबा आने से यातायात बाधित रहा। जेसीबी की मदद से मलबा हटाकर दोनों सड़कों पर यातायात सुचारू कराया गया। नैनीताल-भवाली रोड पर लाखों रुपये खर्च कर बनाई गई सुरक्षा दीवारें बारिश के बाद धंसने लगी हैं। इससे इस रोड में यातायात भी प्रभावित हो रहा है। लोनिवि ने सुरक्षा की दृष्टि से धंसाव वाले क्षेत्र में मिट्टी के कट्टे रख दिए हैं। इधर, बुधवार दोपहर पाषाण देवी मंदिर के समीप ठंडी सड़क की पहाड़ी से बड़ा बोल्डर सड़क पर आ गिरा। नारायण नगर के सभासद भगवत रावत ने बताया कि दीपक कुमार के घर पर पीछे स्थित पहाड़ी से बोल्डर मकान पर आ गिरा जिससे उनकी रसोई क्षतिग्रस्त हो गई।
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खतरे को भांप प्रशासन ने ठंडी सड़क पर आवाजाही प्रतिबंधित की
नैनीताल। बुधवार दोपहर पाषाण देवी मंदिर के समीप ठंडी सड़क की पहाड़ी से बड़ा बोल्डर सड़क पर आ गिरा। इससे राहगीरों में दहशत पैदा हो गई। पहाड़ी में भूस्खलन की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने ठंडी सड़क को अग्रिम आदेशों तक पैदल आवाजाही के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
पिछले साल बरसात में इस पहाड़ी में जबरदस्त भूस्खलन हुआ था जिसके चलते डीएसबी परिसर का छात्रावास खतरे की जद में आ गया था। बरसात खत्म होने के बाद जिला प्रशासन ने लाखों रुपये खर्च कर पहाड़ी का अस्थाई ट्रीटमेंट किया लेकिन वह भी बाद में हुई बारिश की भेंट चढ़ गया। तब लगभग छह माह तक ठंडी सड़क में पैदल आवाजाही पूरी तरह से बंद रही थी। बुधवार को इस क्षतिग्रस्त पहाड़ी में फिर से भूस्खलन हुआ और एक बोल्डर सड़क तक आ पहुंचा। बोल्डर के गिरने से पहाड़ी के निचले हिस्से में लगाई गई सुरक्षा जाली भी क्षतिग्रस्त हो गई। पहाड़ी में हो रहे भूस्खलन के चलते डीएसबी परिसर का छात्रावास फिर से खतरे की जद में है। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि क्षतिग्रस्त पहाड़ी में भूस्खलन की आशंका और जानमाल की सुरक्षा को देखते हुए अग्रिम आदेशों तक ठंडी सड़क में आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। इधर, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता केएस चौहान ने मौके का निरीक्षण कर ठेेकेदार को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। माई सिटी रिपोर्टर
बरसाती पानी घुसने से उपजा विवाद
नैनीताल। तल्लीताल क्षेत्र में बरसाती पानी पड़ोसी के घर में घुसने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने इसकी सूचना तल्लीताल पुलिस को दी। लोगों ने पुलिस को बताया कि लंघम छात्रावास क्षेत्र में कुछ लोग आपस में झगड़ रहे हैं। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे चीता कांस्टेबल शिवराज राणा व अन्य पुलिस कर्मियों ने दोनों पक्षों से पूछताछ की। तल्लीताल के एसओ रोहिताश सिंह सागर ने बताया कि दोनों पक्षों के मकान अगल-बगल में हैं। दोनों पक्षों को सख्त हिदायत देकर छोड़ दिया है।

By Tarun

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