अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगनगरी में लोगों ने गंगा तटों पर एक साथ योग किया। सुबह गंगा तटों पर जुटे हजारों साधकों की भीड़ से योग महाकुंभ का नजारा रहा। साधकों ने निरोगी काया के साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया। ऋषिकेश, मुनि की रेती और लक्ष्मणझूला क्षेत्र में योग शिविरों में देश-विदेश के 30 हजार से अधिक लोगों ने योग किया।
योगनगरी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह रहा है। सुबह लोग योग मैट लेकर गंगा घाटों और योग प्रशिक्षण स्थलों की ओर जाने लगे। हालांकि, यहां योग अधिकतर लोगों की दिनचर्या का हिस्सा है लेकिन मंगलवार सुबह गंगा घाटों पर अलग ही नजारा रहा। गंगा घाटों पर हजारों लोग मौजूद थे। कोई कुर्ते पायजामा में योग करने पहुंचा था तो कुछ टी शर्ट और चुस्त पैंट पहन कर योग कर रहे थे। हाल यह था कि गंगा घाटों पर दूर तक योग करते लोग ही नजर आ रहे थे। इनमें बड़ी संख्या में विदेशी साधक भी शामिल थे। प्रशिक्षित योगाचार्यों और विदेश साधकों की योग मुद्राओं को देख लोग अचंभित हो गए।ऋषिकेश, मुनि की रेती और लक्ष्मणझूला में 220 स्थानों पर योग शिविरों का आयोजन किया, जिसमें स्थानीय लोगों के साथ ही देश भर के एक हजार से अधिक प्रशिक्षित योगाचार्यों की देखरेख में योग किया। सरकारी, निजी संस्थान, स्कूल, कालेज भी कहा पीछे रहने वाले। सभी ने पहले योग किया, उसके बाद घर जाकर कपड़े बदले फिर रोजमर्रा का कामकाज शुरू किया। नगर निगम, कोतवाली, थानों, चौकियों, जल संस्थान, ऊर्जा निगम, एमडीडीए, सिंचाई विभाग समेत विभिन्न कार्यालयों में योग किया गया। इस बार करीब 30 हजार से अधिक साधकों ने योग शिविरों के अलावा प्रशिक्षण केंद्रों और घरों में योग किया।