नगर पालिका में पुलिस थाना करीब पांच दशक पुराने जर्जर भवन में संचालित हो रहा है। पूर्व पालिकाध्यक्ष अतोल सिंह रावत ने इस संबंध में सीएम पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर थाने के लिए नया कार्यालय भवन के साथ पुलिस कर्मियों के लिए आवासीय भवन बनाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में पूर्व पालिकाध्यक्ष अतोल रावत ने कहा कि यमुनोत्री धाम का प्रमुुख पड़ाव होने के साथ बड़कोट जिला मुख्यालय के बाद दूसरा बड़ा शहर है। यहां पर्याप्त भूमि होने के बावजूद न तो यहां तैनात पुलिस कर्मियों के लिए आवासीय भवन है और न ही थाने के लिए कार्यालय भवन। आवासीय भवन की कमी के कारण अधिकांश पुलिसकर्मी किराये पर रहने को मजबूर हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी का आवास भी बाहर बनाया हुआ है। 1964 में तत्कालीन परिस्थितियों के अनुरूप बने पुलिस थाने के टिन की छत वाले भवनों की हालत दयनीय है। कई भवन रहने योग्य भी नहीं है। पूर्व पालिकाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से बड़कोट पुलिस थाने के भवनों का जीर्णोद्धार करते हुए मास्टर प्लान से कार्यालय एवं आवासीय भवन बनाने के लिए बजट स्वीकृत करने की मांग की।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में पूर्व पालिकाध्यक्ष अतोल रावत ने कहा कि यमुनोत्री धाम का प्रमुुख पड़ाव होने के साथ बड़कोट जिला मुख्यालय के बाद दूसरा बड़ा शहर है। यहां पर्याप्त भूमि होने के बावजूद न तो यहां तैनात पुलिस कर्मियों के लिए आवासीय भवन है और न ही थाने के लिए कार्यालय भवन। आवासीय भवन की कमी के कारण अधिकांश पुलिसकर्मी किराये पर रहने को मजबूर हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी का आवास भी बाहर बनाया हुआ है। 1964 में तत्कालीन परिस्थितियों के अनुरूप बने पुलिस थाने के टिन की छत वाले भवनों की हालत दयनीय है। कई भवन रहने योग्य भी नहीं है। पूर्व पालिकाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से बड़कोट पुलिस थाने के भवनों का जीर्णोद्धार करते हुए मास्टर प्लान से कार्यालय एवं आवासीय भवन बनाने के लिए बजट स्वीकृत करने की मांग की।