चारधाम तीर्थयात्रियों की संख्या कम होने के साथ ही परिवहन निगम की 84 बसें वापस आ गईं। फिलहाल इन बसों को देहरादून आईएसबीटी, पर्वतीय डिपो, ऋषिकेश, हरिद्वार, कोटद्वार, रुड़की समेत अन्य डिपो में भेज दिया गया है। अब डिपो में बसों की किल्लत दूर हो गई है।
चारधाम यात्रा के दौरान महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र, प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में यात्री पहुंच गए। ऐसे में चारधाम तीर्थयात्रियों के लिए वाहनों की किल्लत खड़ी हो गई। सरकार के निर्देश पर आननफानन परिवहन विभाग के अफसरों के साथ ही परिवहन निगम के अफसरों को भी लगाया गया। परिवहन निगम प्रबंधन की ओर से हरिद्वार, रुड़की, देहरादून, ऋषिकेश, समेत कई डिपो से 84 बसों को चारधाम यात्रा के लिए लगाया गया। निगम की बसों को यात्रा पर भेजने के साथ ही न सिर्फ तीर्थयात्रियों को आने जाने में आसानी हुई, बल्कि भीड़ को भी नियंत्रित किया जा सका।
परिवहन निगम महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि फिलहाल अभी तीर्थयात्रियों की संख्या बेहद कम है और गाड़ियों की जरूरत कम पड़ रही, ऐसे में निगम की ओर से भेजी गईं सभी 84 बसों को वापस बुला लिया गया है। चारधाम यात्रा से लौटी सभी बसों को उनके संबंधित डिपो को भेज दिया गया है। जीएम दीपक जैन का कहना है कि वैसे तो मानसून सीजन में चारधाम यात्रा में गाड़ियों की जरूरत नहीं होगी, लेकिन अक्तूबर-नवंबर में चारधाम यात्रा पर तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ती है तो फिर परिवहन निगम की गाड़ियों को चारधाम यात्रा के लिए भेजा जाएगा।