विधानसभा के बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल में विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि सहकारिता में चतुर्थ श्रेणी पदों की भर्ती में अनियमितता की शिकायतें सामने आई हैं। इस मामले में सरकार ने दोषियों के विरुद्ध क्या कार्रवाई की। जवाब में सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि वर्ष 2016-17 में जिला सहकारी बैंक हरिद्वार में हुई भर्तियों में अनियमितता की बात सामने आई थी। इसके बाद नौ लोगों को बर्खास्त किया गया।

हरिद्वार जिला सहकारी बैंक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती की एसआईटी से जांच कराई जाएगी। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान उठे अनुपूरक प्रश्न पर सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सदन में एसआईटी जांच का एलान किया। सहकारिता विभाग में चतुर्थ श्रेणी पदों में भर्ती घोटाले का मामला सदन में देर तक गूंजता रहा।
विभागीय मंत्री की ओर से एसआईटी जांच की घोषणा के बाद विपक्षी सदस्य शांत हुए। विभागीय मंत्री ने इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई का ब्योरा भी सदन में रखा। उन्होंने कहा कि सहकारिता में पारदर्शिता के साथ भर्तियां हुई हैं, जहां भी अनियमितता की शिकायत मिली है, उसकी जांच कराई गई है।
बृहस्पतिवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल में विधायक प्रीतम सिंह ने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सहकारिता में चतुर्थ श्रेणी पदों की भर्ती में अनियमितता की शिकायतें सामने आई हैं। इस मामले में सरकार ने दोषियों के विरुद्ध क्या कार्रवाई की। जवाब में सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि वर्ष 2016-17 में जिला सहकारी बैंक हरिद्वार में हुई भर्तियों में अनियमितता की बात सामने आई थी।
इसके बाद नौ लोगों को बर्खास्त किया गया। इसके अलावा तत्कालीन प्रभारी जिला सहायक निबंधक, महाप्रबंधक की दो वेतन वृद्धि रोकी गई और प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। साथ ही पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक हरिद्वार और प्रबंध कमेटी के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया।