सचिव पशुपालन डॉ.बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि पशुपालन विभाग की ओर से पशुओं को निरंतर चिकित्सा एवं उनके मालिकों को सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। विभाग ने अब तक 6880 घोड़े खच्चरों का निरीक्षण किया है। जिनमें 1804 पशुओं को चिकित्सा प्रदान की गई है। 118 घोड़े खच्चरों को यात्रा के लिए अयोग्य पाया गया।

सचिव पशुपालन डॉ.बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हो रही घोड़े खच्चरों की मौत पर सरकार व विभाग पूरी तरह से गंभीर है। अब तक 140 घोड़े खच्चरों की मौत हुई है। विभाग की ओर से पशुचिकित्सकों को तैनात कर यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है।
विभाग ने 6880 घोड़े खच्चरों का निरीक्षण किया है। सचिव ने बताया कि पशुपालन विभाग की ओर से पशुओं को निरंतर चिकित्सा एवं उनके मालिकों को सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। विभाग ने अब तक 6880 घोड़े खच्चरों का निरीक्षण किया है। जिनमें 1804 पशुओं को चिकित्सा प्रदान की गई है। 118 घोड़े खच्चरों को यात्रा के लिए अयोग्य पाया गया।इसके साथ ही 91 पशु मालिकों के चालान किए गए हैं। 411 घोड़े खच्चरों का यात्रा मार्ग पर संचालन बंद किया गया। उन्होंने बताया कि घोड़े खच्चरों के ममाले में नौ एफआईआर भी दर्ज की गई है। यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों के पीने के पानी की चारियों की सफाई व्यवस्था की जा रही है।