उपासना एक्सप्रेस (देहरादून-हावड़ा), लाहौरी (देहरादून -अमृतसर), जनता (देहरादून-वाराणसी), काठगोदाम (देहरादून-काठगोदाम), लिंक (देहरादून-प्रयागराज), उज्जैनी (देहरादून-उज्जैन), ओखा (देहरादून-ओखा) और इंदौरी (देहरादून-इंदौर) एक्सप्रेस 10 माह बाद 11 जनवरी से पटरियों पर दौड़ती नजर आएंगी।

हरिद्वार महाकुंभ के मद्देनजर इस बाबत उत्तर रेलवे मुख्यालय की ओर से  प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। प्रस्ताव में इन ट्रेनों को 11 जनवरी से लेकर 30 अप्रैल तक संचालित किए जाने की अनुमति मांगी गई है। इसके साथ ही हरिद्वार से 10 ट्रेनों को संचालित किए जाने का अनुरोध किया गया है।कोरोना संकट के चलते इन तमाम ट्रेनों का संचालन पिछले साल 22 मार्च के बाद से ही बंद है। ट्रेनों का संचालन बंद होने से यात्रियों को भारी परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।

फिलहाल रेलवे बोर्ड की ओर से देहरादून-नई दिल्ली शताब्दी और जनशताब्दी के अलावा देहरादून-प्रयागराज लिंक एक्सप्रेस, देहरादून-कोटा नंदा देवी एक्सप्रेस, देहरादून-काठगोदाम जनशताब्दी एक्सप्रेस, देहरादून-मुज्फरपुर राप्तीगंगा एक्सप्रेस और देहरादून-गोरखपुर राप्ती गंगा एक्सप्रेस, देहरादून -पुरानी दिल्ली मसूरी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के संचालन को ही मंजूरी दी गई है। जबकि बाकी तमाम ट्रेनों का संचालन 22 मार्च से ही बंद है।उत्तर रेलवे मुख्यालय की ओर से रेलवे बोर्ड को भेजे गए प्रस्ताव में देहरादून-हावड़ा (उपासना) एक्सप्रेस को देहरादून से प्रतिदिन संचालित किए जाने का अनुरोध किया गया है। इससे पूर्व उपासना एक्सप्रेस सिर्फ दो दिन देहरादून से रवाना की जाती थी। पांच दिन इसका संचालन हरिद्वार से होता था।

फिलहाल इसे देहरादून से संचालित किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक देहरादून से हावड़ा के बीच में संचालित हावड़ा एक्सप्रेस को देहरादून के बजाय न्यू ऋषिकेश से संचालित किया जाएगा। इससे पूर्व देहरादून-हावड़ा एक्सप्रेस देहरादून से संचालित होती थी।  महाकुंभ के मद्देनजर इसे न्यू ऋषिकेश से संचालित किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

ट्रेनों में लगाए जाएंगे अतिरिक्त कोच 

महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे मंडल मुख्यालय की ओर से ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने लगाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

अधिकारियों के मुताबिक नंदा देवी एक्सप्रेस में एक, जनशताब्दी में पांच, उज्जैनी एक्सप्रेस में दो, इंदौर एक्सप्रेस में दो, दून-हावड़ा में एक, राप्ती गंगा में तीन, गोरखपुर-देहरादून राप्ती गंगा में तीन, काठगोदाम एक्सप्रेस मे छह अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक देहरादून से संचालित होने वाली सभी ट्रेनों में कुल 18 कोच लगाए जाएंगे। इसमें आईसीएफ और एलएचबी कोच शामिल हैं।

हरिद्वार से संचालित होंगी 22 मेमू

उत्तर रेलवे की ओर से रेलवे बोर्ड को भेजे गए प्रस्ताव में 22 मेमू ट्रेन को भी संचालित किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जो हरिद्वार से विभिन्न स्थानों के लिए संचालित की जाएंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhand