हेमकुंड साहिब के 10 किमी आस्था पथ (पुलना से घांघरिया) पर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। यहां स्थिति यह है कि कई तीर्थयात्री बिना रोक टोक लक्ष्मण गंगा में सेल्फी खींचने तो कोई थकान मिटाने पहुंच रहा है। कई जगहों पर पैदल रास्ता ऊबड़-खाबड़ बना हुआ है।

हेमकुंड साहिब का पैदल रास्ता कई जगहों पर खतरनाक बना है। पुलना से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर पैदल रास्ता भूस्खलन की चपेट में है, जिसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग की ओर से यहां 275 मीटर बाईपास मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। लोनिवि की ओर से पुलना से घांघरिया (10 किमी) तक मार्ग पर मोड़ों का सुधारीकरण कार्य किया जा रहा है। भ्यूंडार के समीप मार्ग के किनारे नाली न होने से गंदा पानी रास्ते में बह रहा है, जिससे तीर्थयात्रियों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दस किमी पर मात्र दो जगहों पर घोड़े-खच्चरों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था है। वहीं भ्यूंडार में पैदल रास्ते पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। तीर्थयात्री अपनी थकान मिटाने के लिए वैकल्पिक मार्ग से लक्ष्मण गंगा में पहुंच रहे हैं, जबकि यहां पर नदी का बहाव काफी तेज है। लोनिवि को यहां के रास्ते के सुधारीकरण के लिए लगभग 11 करोड़ रुपये शासन से स्वीकृत हुए हैं। रास्ते में रेन शेल्टर, रास्ते के किनारे रेलिंग, मेडिकल रिलीफ पोस्ट का निर्माण कार्य किया जाना प्रस्तावित है, लेकिन कार्य धीमी गति से चल रहा है। संवाद दो साल में भी नहीं बना पुल का पहुंच मार्ग
वर्ष 2013 में भ्यूंडार में लक्ष्मण गंगा में बाढ़ आने से पैदल पुल बह गया था। 2017 में यहां शासन से स्टील गार्डर पुल निर्माण की स्वीकृति मिली और कार्य भी शुरू हुआ। वर्ष 2020 में पुल निर्माण कार्य पूरा हुआ, लेकिन दो साल बाद भी पुल यात्रा संचालन के लिए सुचारु नहीं हो पाया है। पुल का निर्माण कार्य एक प्राइवेट कंपनी को दिया गया, लेकिन पुल के एप्रोच (पहुंच मार्ग) का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है, जिससे यात्रा का संचालन लक्ष्मण गंगा के किनारे वैकल्पिक मार्ग से हो रहा है। लोनिवि के अधीक्षण अभियंता आरसी शर्मा का कहना है कि अभी तक पुल विभाग को हैंडओवर नहीं हुआ है। इस संबंध में कंपनी के अधिकारियों से बात की जाएगी।
दस किमी मार्ग पर एक जगह ही स्वास्थ्य सुविधा
पुलना से घांघरिया के बीच दस किलोमीटर पैदल रास्ते में सिर्फ भ्यूंडार में मेडिकल सुविधा उपलब्ध है। यहां गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी व जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल स्टोर की व्यवस्था की गई है। तीर्थयात्री यहां रुककर अपनी थकान मिटा रहे हैं और जरूरी दवाइयां ले रहे हैं। गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि भ्यूंडार में कमेटी की ओर से एक विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती भी की गई है। किसी भी तीर्थयात्री की तबीयत बिगड़ने पर तत्काल प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। संवाद
पैदल रास्ते पर पानी की किल्लत हुई दूर
पुलना से घांघरिया तक दस किलोमीटर पैदल मार्ग पर जल संस्थान की ओर से पेयजल की कमी को दूर कर लिया गया है। पुलना टैक्सी स्टैंड पर भी पेयजल की सप्लाई सुचारु हो गई है। यहां सार्वजनिक शौचालय में भी पेयजल की सप्लाई कर दी गई है। भ्यूंडार से पुलना के बीच तीन जगहों पर पेयजल की व्यवस्था है। पुलना गांव निवासी संतोष चौहान ने बताया कि पुलना में पेयजल की किल्लत दूर हो गई है। उन्होंने पुलना टैक्सी स्टैंड पर पथ प्रकाश की व्यवस्था कराने की मांग की।

पुलना से हेमकुंड साहिब तक पेयजल, साफ-सफाई, शौचालय और स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं, जो कमियां रह गई हैं, उन्हें दूर किया जा रहा है। स्वयं पैदल रास्ते के निरीक्षण के लिए जाऊंगा। – वरुण चौधरी, डीएम, चमोली।

By Tarun

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