हरियाणा के ट्रैकर काकभुसुंडी पहुंच तो गए, लेकिन करीब 24 किमी लंबे इस ट्रैक पर जाने के बाद वह काफी थक गए। अत्यधिक ऊंचाई होने चलते भी उनकी तबीयत बिगड़ने लग गई थी। जिसके चलते वह नीचे उतरने में असमर्थ हो गए।

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चमोली के काकभुसुंडी की ट्रैकिंग पर गए पांच ट्रैकर वहीं फंस गए। बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार के हस्तक्षेप से हेलीकॉप्टर से सभी ट्रैकरों को सकुशल गोविंद घाट पहुंचा दिया। हरियाणा के पांच ट्रैकर काकभुसुंडी की ट्रैकिंग पर गए थे। यह ट्रैक गोविंदघाट-घांघरिया पैदल मार्ग पर पुलना के पास से जाता है। बहुत दुर्गम माने जाने वाले इस ट्रैक पर कम ही लोग जा पाते हैं।
बताया जा रहा है कि हरियाणा के ट्रैकर वहां पहुंच तो गए, लेकिन करीब 24 किमी लंबे इस ट्रैक पर जाने के बाद वह काफी थक गए। अत्यधिक ऊंचाई होने चलते भी उनकी तबीयत बिगड़ने लग गई थी। जिसके चलते वह नीचे उतरने में असमर्थ हो गए। हेली कोऑर्डिनेटर विनीत सनवाल को वहां ट्रैकरों के फंसे होने की सूचना मिली।
उन्होंने इसकी जानकारी बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार को दी। किशोर पंवार ने डेक्कन चार्टर हेली कंपनी के मैनेजर दीपक शर्मा से इस संबंध में बात की। जिसके बाद ट्रैकरों को रेस्क्यू कर गोविंद घाट लाया गया। हेली सेवा से इस अभियान को पायलट एनए विनोद ने संचालित किया।
जिन ट्रैकर्स को रेस्क्यू किया गया उनमें गुड़गांव हरियाणा निवासी गौरव शर्मा, रितुराज, धीरज सिंह, डॉ. अंजू चेतना नेगी शामिल थे। बीकेटीसी के उपाध्यक्ष ने बताया कि हेली कंपनी ने बहुत कम दर पर ट्रैकरर्स को रस्क्यू किया है। सभी सुरक्षित गोविंदघाट पहुंचा दिए गए हैं।