पंजीकरण की तिथि को लेकर टिहरी पुलिस ने भद्रकाली स्थित एसडीआरएफ के बैरियर से तीर्थयात्रियों की 30 बसों को वापस लौटा दिया। ये तीर्थयात्री यमुनोत्री जा रहे थे। बसों को वापस लौटाने पर रोटेशन के अध्यक्ष ने एतराज जताया है। उन्होंने पुलिस पर यात्रा व्यवस्था में खलल डालने का आरोप लगाया है। उन्होंने पूरे घटनाक्रम से गढ़वाल आयुक्त और आईजी गढ़वाल को अवगत करा दिया है।संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने कहा कि जिस समय ऋषिकेश में चारों धाम यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पहुंचे, उसी समय भद्रकाली चेकपोस्ट से टिहरी पुलिस ने रोटेशन की 30 बसों को वापस भेज दिया। उन्होंने बताया कि इन बसों में जो यात्री बैठे थे उन्होंने पंजीकरण करा रखा था। भद्रकाली से बसों को वापस आईएसबीटी भेजने के बाद तीर्थयात्रियों ने रोटेशन कार्यालय के बाहर हंगामा किया। कई यात्रियों ने सरकार की व्यवस्था प्रश्नचिन्ह लगाते हुए वापस अपने राज्य जाने की बात कही। कई यात्री बसों से उतरकर अपना किराया वापस ले गए। उन्होंने बताया कि यदि पुलिस का ऐसा व्यवहार रहेगा यात्रा का संचालन करना मुश्किल होगा।- भद्रकाली स्थित परिवहन विभाग के चेकपोस्ट से कोई बस नहीं लौटाई गई। परिवहन विभाग केवल बसों के ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड चेक करता है। उसके बाद बसों को आगे भेज दिया जाता है। पंजीकरण को लेकर पुलिस/एसडीआरएफ की ओर से चेक पोस्ट रोका जाता है।
– मोहित कोठारी, एआरटीओ, प्रवर्तन ऋषिकेश
रोटेशन की ओर से जो बसें भेजी गई, उनमें मौजूद यात्रियों के पंजीकरण की तिथि गलत थी। जो तिथि लिखी थी वह 27 जून की थी जबकि यात्रा पर जिन यात्रियों को भेजा जाता है उन्हें अगले दिन की तिथि दी जाती है। इन तीर्थयात्रियों ने साइबर कैफे से पंजीकरण कराया होगा। पंजीकरण की तिथि गलत होने पर मुनि की रेती पुलिस ने बसों को वापस भेजा।
– कविंद्र सजवाण, एसआई एसडीआरएफ
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पंजीकरण तिथि को लेकर पुलिस ने भद्रकाली से लौटाई तीर्थयात्रियों की 30 बसें
