मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीके शुक्ला ने बताया कि यात्रियों की मौत का कारण ठंड के चलते सांस लेने में दिक्कत व हार्ट अटैक हो रहा है। केदारनाथ में 20 दिन में 38 यात्रियों की मौत हो चुकी है। जबकि यमुनोत्री में अब तक मरने वालों की संख्या 22 हो गई है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीके शुक्ला ने बताया कि यात्रियों की मौत का कारण ठंड के चलते सांस लेने में दिक्कत व हार्ट अटैक सामने आ रहा है। उधर, यमुनोत्री धाम में बुधवार को तीन तीर्थयात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इनमें राजन (57) निवासी धर्मपुरी तमिलनाडु, महाराष्ट्र निवासी दिलीप परांसपे (75) व महाराज गंज उत्तर प्रदेश निवासी पारसनाथ यादव (74) शामिल हैं।
यमुनोत्री धाम में मौत का आंकड़ा 22 हो गया है। दो की मौत चोटिल होने के बाद हुई थी। वहीं गंगोत्री में पुलिस व एसडीआरएफ के जवानों ने एक तीर्थयात्री को बहने से बचा लिया। हैदराबाद निवासी अशोक बाबू (63) नहाते समय भागीरथी के तेज बहाव की चपेट में आ गया था।
यमुनोत्री धाम में मौत का आंकड़ा 22 हो गया है। दो की मौत चोटिल होने के बाद हुई थी। वहीं गंगोत्री में पुलिस व एसडीआरएफ के जवानों ने एक तीर्थयात्री को बहने से बचा लिया। हैदराबाद निवासी अशोक बाबू (63) नहाते समय भागीरथी के तेज बहाव की चपेट में आ गया था।