
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे पूरा हो चुका है और अदालत में रिपोर्ट सौंप दी गई है। ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने के मामले में अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। हिंदू पक्ष जहां शिवलिंग का दावा कर रहा है, वहीं मुस्लिम पक्ष इसको फव्वारा बता रहा है। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के सचिव व मुफ्ती ए शहर अब्दुल बातिन नोमानी शुक्रवार को कहा कि सभी पुराने शाही मस्जिदों में फव्वारा लगा होता है।
ज्ञानवापी समेत बनारस में कुल तीन शाही मस्जिद हैं जिनमें फव्वारा लगा है। पूरे यूपी के पुराने शाही मस्जिदों में जाएं तो फव्वारा देखने को मिल जाएगा। ज्ञानवापी में भी सिर्फ और सिर्फ फव्वारा है। मैंने तो कोई शिवलिंग नहीं देखा। आगे कहा कि यह मुकदमा प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट के ही खिलाफ है। हम लोग इंतजार में हैं कि अदालत से क्या आदेश आता है।
विशेष अधिवक्ता आयुक्त की ओर से दाखिल की गई रिपोर्ट की कॉपी मुझे नहीं मिली है। उसमें क्या लिखा है, मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। रिपोर्ट अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के वकील पढ़ेंगे।