केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे की डीपीआर तैयार हो गई है। पर्यटन विभाग ने रोपवे के वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके बाद टेंडर किए जाएंगे।
केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब रोपवे की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार हो गई है। केदारनाथ रोपवे पर 1100 करोड़ और हेमकुंड साहिब रोपवे पर 700 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। इन रोपवे के लिए पर्यटन विभाग ने वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके अलावा भारत पर्वत माला योजना के तहत प्रदेश के नए पर्यटक व धार्मिक स्थलों को रोपवे से जोड़ा जाएगा। सभी जिलों ने 41 स्थानों पर रोपवे निर्माण के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा है।