प्रशासन ने दूसरे दिन भी अभियान चलाकर शहर से अतिक्रमण हटवाया। देवपुरा चौक से लेकर ज्वालापुर कोतवाली तक अतिक्रमण पर जेसीबी गरजी। दुकानों के बाहर लगे टिनशेड व अन्य पक्के अतिक्रमण को जेसीबी ने ध्वस्त कर दिया। जबकि बोर्ड सहित कई सामानों को प्रशासन की टीम ने जब्त कर वाहनों में लाद दिया। दूसरे दिन एक जगह ही हल्का विरोध हुआ। जबकि कहीं किसी तरह का विरोध सामने नहीं आया। दुकानदारों ने पहले ही सड़क किनारे से अपना सामान समेट लिया।बृहस्पतिवार को दूसरे दिन प्रशासन और नगर निगम, लोक निर्माण विभाग ने संयुक्त रूप से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाते हुए देवपुरा चौक से कार्रवाई शुरू की। देवपुरा से ऋषिकुल तिराहे से पहले-पहले सभी ने खुद ही सड़क किनारे से अतिक्रमण हटा लिया था। ऋषिकुल मैदान के बाहर सड़क किनारे रखे काउंटर और कुर्सियों को जब्त कर लिया। इसके बाद ऋषिकुल विद्यापीठ के सामने मंदिर के समीप सड़क किनारे झुग्गी डालकर रह रहे लोगों को हटाते हुए झुग्गी तोड़ दी।
यहां से पुराने रानीपुर मोड़ और चंद्राचार्य के पास कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटवाया। सिटी अस्पताल के सामने निर्माणाधीन कांप्लेक्स की सड़क किनारे रखी ईंटें जेसीबी ने गिराकर अंदर निर्माणस्थल पर फेंक दी। इसके आसपास ज्वेलरी और पैथोलॉजी लैब के सड़क पर रखे बोर्ड जब्त कर लिए गए। खन्नानगर के पास भी नालों के ऊपर रखे गए गमले और मार्बल पत्थर को भी जब्त कर लिया। शंकर आश्रम के पास तीन से चार दुकानों के बाहर लगे टिनेशड को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया। इसके बाद तहसील और सैनी आश्रम से लेकर आर्यनगर चौक, ऊंचा पुल होते हुए ज्वालापुर कोतवाली तक अतिक्रमण हटवाया गया। कोतवाली तक अधिकांश लोगों ने अपनी दुकानों के बाहर से पहले ही खुद अतिक्रमण हटाकर दुकानें बंद कर दी। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार, एसडीएम पूरन सिंह राणा, सहायक नगर आयुक्त एमएल शाह, सीओ सिटी शेखर सुयाल, लोनिवि अधिशासी अभियंता सुरेश कुमार तोमर आदि मौजूद रहे।
पहले तरबूज उठाए, फिर सड़क किनारे फेंके
ऋषिकुल के पास सड़क के पास फड़ लगाकर तरबूज बेच रहे व्यक्ति पर भी प्रशासन की टीम ने रहम नहीं खाया। जेसीबी से सारे तरबूज और तराजू को उठा लिया। फिर बाद में सड़क किनारे ही जेसीबी से तरबूज फेंक दिए गए। जिससे सभी तरबूज खराब हो गए।
बीमार मां को चारपाई पर उठाकर ले गए
ऋषिकुल के समीप सड़क किनारे झोपड़ी डालकर रह रहे परिवार की एक बुजुर्ग महिला बीमार थी। अतिक्रमण हटने के बाद सिर से छत गायब हुई तो बीमार मां को बच्चे चारपाई पर लेटाकर दूसरी जगह छांव लेकर गए।
जब सिटी मजिस्ट्रेट-सीओ सिटी को आया गुस्सा
रोड धर्मशाला के सामने एक व्यापारी ने दुकान के बाहर से बोर्ड जब्त करने पर नाराजगी जताई और जोर-जोर से बोलने लगा। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी को गुस्सा आ गया। दोनों अधिकारियों ने उसे जमकर फटकार लगाई। इसके बाद नगर कोतवाल और पुलिस टीम हिरासत में लेने लगी। जिसके बाद लोनिवि के अधिशासी अभियंता ने दुकानदार को समझाया और मामले को शांत किया।