रानीखेत (अल्मोड़ा)। रानीखेत में निर्मित दीर्घायु हिमालयन आर्गेनिक्स के जैविक उत्पादों को इस्कॉन ने अब हरी बोल के नाम से देश भर में फैले अपने मंदिरों में भेजने का निर्णय लिया है। इस अभियान का शुभारंभ मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने किया।
मुंबई में आयोजित एग्रीकल्चर एंड आर्गेनिक फार्मिंग कार्यक्रम के उद्घाटन में मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने हिमालयी क्षेत्र की जड़ी बूटियों और जैविक खेती की सराहना की। बिल्लेख के बागवान गोपाल दत्त उप्रेती ने बताया कि इस्कॉन ने उत्तराखंड के जैविक कृषि उत्पादों को खरीदने और हरी बोल के नाम से इन उत्पादों को सभी मंदिरों में आपूर्ति का भी निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि इससे रानीखेत सहित पूरे उत्तराखंड के काश्तकारों को अपने उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध होगा। कार्यक्रम में इस्कॉन के ब्रजविलास दास प्रभु, गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज, गौरंगदास, हरी बोल के सीईओ यचनीत पुष्करना, आशीष चौहान, टीसी उप्रेती आदि थे।