पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस में किसी भी तरह का असंतोष नहीं है। न ही कांग्रेस का कोई विधायक मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ रहा है और न ही कोई अलग पार्टी बना रहा है। हरीश रावत बैसाखी पर्व पर हरिद्वार गंगा पूजन के लिए आए थे।

हरीश रावत ने गंगा स्नान किया और दक्ष मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि वह हरिद्वार कोई प्रायश्चित करने या तीर्थ स्थान की यात्रा करने नहीं आए हैं। जीवन में तो इंसान हर क्षण प्रायश्चित करता रहता है। वह हरिद्वार गंगा और भोलेनाथ का पूजन करने आए हैं।

हरीश रावत ने कहा कि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष बनाने का फैसला पार्टी हाईकमान का है। कर्मठ कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी के फैसले सर्वमान्य होते हैं। संगठन में दायित्व न मिलने और हरिद्वार जिले की उपेक्षा के सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने प्रदेश को दृष्टिगत रखते हुए फैसला लिया है।

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हार अप्रत्याशित है। ऐसी हार की किसी ने उम्मीद नहीं की थी।कांग्रेस जीत के प्रति उत्साहित थी, लेकिन जनादेश भाजपा के पक्ष में आया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ उपचुनाव में कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ेगी। प्रयास होगा कि कांग्रेस चुनाव जीते।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के अखंड भारत के बयान पर कहा कि श्रीलंका, नेपाल, वर्मा, बांग्लादेश और पाकिस्तान को अखंड भारत में किस रूप में जोड़ना चाहते हैं, यह मोहन भागवत ही बता सकते हैं। हरीश रावत ने कहा कि सनातन धर्म अनादि काल से चला आ रहा है।

सनातन धर्म हमेशा से कट्टरवाद के खिलाफ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विवेकानंद ने शिकागो में कहा था कि उनका धर्म सनातन और उदार है। सबको साथ लेकर चलता है। वसुधैव कुटुंबकम की बात करता है। कांग्रेस उसी का अनुसरण कर रही है।

By Tarun

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