उम्मीद के मुताबिक ऋषिकेश में दोपहर बाद से पर्यटकों की भीड़ उमड़ती शुरू हो गई। इसके चलते हरिद्वार-ऋषिकेश हाइवे पर जाम स्थिति बनी रही। पर्यटकों को ऋषिकेश तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। शाम तक तपोवन क्षेत्र के 60 फीसदी होटल, कैंपिंग रिजार्ट बुक हो गए। वहीं शिवपुरी और हेंवल घाटी स्थित जंगल कैंप भी पर्यटकों से गुलजार हो गए। स्वर्गाश्रम क्षेत्र में शाम को अचानक भीड़ बढ़ गई। बड़ी संख्या में लोगों स्वर्गाश्रम क्षेत्र में चहलकदमी करते नजर आए।
ऋषिकेश में पर्यटन कारोबारियों और पुलिस ने चार दिनों में पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ उमड़ने की संभावना जताई थी। उम्मीद है कि 14 से 17 मार्च तक ऋषिकेश में 10 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचेंगे। बृहस्पतिवार सुबह तक तो हाईवे पर खास चहल पहल नहीं थी। लेकिन दोपहर बाद बड़ी संख्या में पर्यटकों के वाहन ऋषिकेश पहुंचने शुरू हो गए। इस दौरान श्यामपुर फाटक, कोयल ग्रांट, पुरानी चुंगी, चंद्रभागा पुल, मुनिकीरेती, तपोवन आदि स्थानों पर कई कार जाम की स्थित बनी। लेकिन पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी वाहनों के संचालन में जुटे रहे। खासकर श्यामपुर फाटक और तपोवन चौकी के पास पर्यटकों को जाम से जूझना पड़ा। शाम होते ही तपोवन क्षेत्र के होटल और कैपिंग रिजार्ट पर्यटकों से पैक हो गए। शिवपुरी, क्यारकी, गरुणचट्टी, रत्ता पानी, मोहनचट्टी, घट्टूगाड़, बिजनी, नैल आदि जगह जंगल कैंप में पर्यटकों से फुल हो गए। कौड़ियाला, शिवपुरी, ब्रह्मपुरी, मरीन ड्राइव, क्लब हाउस आदि स्थानों से सैकड़ों की संख्या में से राफ्ट गंगा नदी में उतारी गई। दिनभर राफ्ट गंगा में अठखेलियां करती नजर आई। होटल एसोसिएशन आफ तपोवन लक्ष्मणझूला के अध्यक्ष रवि भंडारी ने बताया कि अगले एक दो दिनों में भीड़ और बढ़ेगी। होटलों और कैंपिंग रिजार्ट में एडवांस में बुक हैं। वहीं गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट ने बताया कि बृहस्पतिवार को राफ्टिंग करने वाले पर्यटकों की संख्या पहले से अधिक थी। उन्होंने बताया कि रोजाना 600 राफ्ट को गंगा में उतारी जा रही है।
