जिन राज्यों में हिंदू आबादी कम है, वहां उन्हें अल्पसंख्यक घोषित किए जाने की मांग हो रही है। केंद्र सरकार ने एक याचिका के जवाब में सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राज्य चाहें तो ऐसा कर सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर असम के मुख्यमंत्री जिलों के आधार पर अल्पसंख्यक दर्जा देने की बात कर रहे हैं।
आखिर अल्पसंख्यक का दर्जा दिया कैसे जाता है? संविधान में किन लोगों को अल्पसंख्यक माना गया है? क्या राज्य और जिले के आधार पर अल्पसंख्यक घोषित हो सकते हैं? अल्पसंख्यक का दर्जा मिलने से क्या फायदा होता है? जिस याचिका की वजह से ये सारी बहस हो रही है उसमें क्या कहा गया है? कौन से राज्यों में हिंदू आबादी अल्पसंख्यक है? इन सभी सवालों का जवाब समझने के लिए हमने इस मामले में याचिका लगाने वाले वरिष्ठ वकील अश्विनी उपाध्याय से बात की। आइए इन सभी सवालों का जवाब जानते हैं…