भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले अपने गिरेबान में झांकें कि कांग्रेस ने केंद्र की सत्ता में रहते हुए देश में अनुच्छेद 356 का 90 बार से अधिक दुरूपयोग कर राज्य सरकारों को षड्यंत्र कर गिराया, जो लोकतंत्र पर काला धब्बा हैl
पूनियां ने कहा कि अशोक गहलोत भाजपा पर सरकार गिराने का झूठा आरोप लगाते हैं, जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस सरकार के अंदर अंतरकलह व विग्रह इतने बड़े स्तर पर है कि आए दिन इनके नेताओं के एक दूसरे के खिलाफ बयान आते हैं, इनके विधायक और मंत्री अशोक गहलोत की कार्यशैली से नाखुश हैं, और संपूर्ण किसान कर्जमाफी और लंबित भर्तियां इत्यादि जनहित के मुद्दों के कारण पूरे प्रदेश की जनता में आक्रोश है।
पूनियां ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का माहौल है, वादाखिलाफी और झूठे वादों से हालात इस कदर हैं कि कांग्रेस सरकार के मंत्री और विधायक गांवों में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, जिसका नतीजा 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मुक्त राजस्थान होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगीl अशोक गहलोत और कांग्रेस आलाकमान को यह सोचने की जरूरत है कि कांग्रेस मात्र ढाई राज्यों में सिमट कर रह गई और आने वाले समय में राजस्थान से लेकर संपूर्ण भारत से कांग्रेस मुक्त हो जाएगीl
सीएम गहलोत ने लगाया था सरकार गिराने की साजिश का आरोप
दरअसल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को भाजपा पर उनकी सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि यह साजिश गृहमंत्री अमित शाह और केद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर रची गई थी। गहलोत ने कहा कि राजस्थान ने सरकार गिराने के प्रयासों को विफल कर के इतिहास रचा है, यह आगे जाकर लोकतंत्र को बचाने में मददगार साबित होगा।