लंकापति रावण का संहार कर सीता, लक्ष्मण और वानरसेना के साथ अयोध्या लौट रहे प्रभु राम के स्वागत की संपूर्ण भावभूमि आकार ले चुकी है। सरयू किनारे रामकथा पार्क में बुधवार दोपहर पुष्पक विमान स्वरूप हेलीकॉप्टर से प्रभु राम, सीता व लक्ष्मण उतरेंगे। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत मंत्रीगण और संत-धर्माचार्य दीप सजाकर प्रभु की अगवानी करेंगे।
इसके बाद वे गुरू वशिष्ठ की भूमिका में भगवान श्रीराम का राजतिलक करेंगे। सीएम रामलला के दरबार भी जाएंगे इसके बाद सीएम, राज्यपाल सहित कई मंत्री मां सरयू की भव्य आरती भी उतारेंगे। यहां लेजर शो, दीपों की माला के साथ रंग-बिरंगी अयोध्या स्वर्ग की भांति दिखेगी। राम की पैड़ी के 32 घाटों पर कीर्तिमान बनाने को नौ लाख दीप जलाकर साढ़े सात लाख दीप एक साथ 40 मिनट में जलाने और पांच मिनट तक जलते रहने का नया विश्व कीर्तिमान बनाने का लक्ष्य अवध के 12 हजार युवा साधेंगे।
रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा है-
जद्यपि सब बैकुंठ बखाना, वेदपुरान निगम सब जाना।
जन्मभूमि सम नहीं प्रिय सोहूं, या प्रसंग जाने कोऊ कोऊ?
जन्मभूमि मम पुरी सुहावनि, उत्तर दिसि बह सरजू पावनि।
जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य कहते हैं कि दीपावली के मौके पर अयोध्या में कुछ इसी प्रसंग को दोहराया जाने वाला है। दीपोत्सव में पुष्पक विमान होगा। रथ होगा। घुड़सवार होंगे और सैनिक भी होंगे। अयोध्या पुष्पों, विद्युत सजावटों से सुसज्जित होगी। कहते हैं कि अद्भुत रोशनी से नहायी तरोताजा सरयू को देखकर मन यही दुआ करता है कि इस अभिनव ‘दीपरात्रि’ की सुबह नहीं आए। चौबीस घंटे रामधुनों-कीर्तनों से गूंज रही अयोध्या जैसे कहना चाह रही है कि हम रामजी के, राम जी हमारे हैं…।
अयोध्या पर शोध करने वाले डॉ. हरिप्रसाद दुबे कहते हैं कि अवध में उत्सव है भारी…दीपोत्सव में कुछ इसी तरह का माहौल है। प्रथम तिलक वसिष्ठ मुनि कीन्हा। पुनि सब विप्रन्ह आयसु दीन्हा…भगवान राम का प्रथम तिलक सर्वप्रथम वशिष्ठ जी ने किया था। उसी प्रतीक स्वरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान का तिलक करने जा रहे हैं। यह राज्याभिषेक त्रेतायुग की बानगी ही नहीं, बल्कि रामनगरी के धार्मिक उत्कर्ष का संकेत भी है।
राम की पैड़ी दीपोत्सव में आकर्षण का केंद्र होगी। राम की पैड़ी पर 337 फीड की स्क्रीन पर महर्षि बाल्मीकि रामकथा सुनाएंगे। यहां तीन लेयर की लाइटें लगाई हैं। साउंड सिस्टम 32 फीट पर लगाया गया है। घाट पर तीन अलग-अलग तरह की स्क्रीन पर महर्षि वाल्मीकि अयोध्या के घाट पर स्वयं पधारेंगे और रामकथा सुनाएंगे। मल्टीमीडिया शो में लाइट एंड साउंड शो दर्शकों और श्रद्धालुुओं को मंत्रमुग्ध कर देगा। प्रोजेक्शन मैपिंग के जरिए महर्षि वाल्मीकि की मल्टी डायमेंशनल होलोग्राफिक इमेज अयोध्या की पावन धरा पर अवतरित होगी।
इस बार सरयू पुल पर ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी होगी। इस पर करीब एक करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिथि सरयू तट से आतिशबाजी निहारेंगे। इसके लिए यहां अलग से मंच बनाया गया है। करीब 20 मिनट तक आतिशबाजी होगी। अलग-अलग रंगों के पटाखों से आसमान सतरंगी हो जाएगा। सरयू पुल व घाटों केे फूलों एवं विद्युत झालरों से सजाया गया है। शाम होते ही पूरा सरयू तट रोशनी में नहा उठता है।
दीपोत्सव का कार्यक्रम
2:30 बजे- भगवान श्रीराम सीता का हेलीकॉप्टर से आगमन।
3.00 बजे- रामायण चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन।
3:30 बजे – श्रीराम का राज्याभिषेक।
3:45 बजे- अयोध्या के विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास।
4:00 बजे -सीएम योगी आदित्यनाथ का भाषण।
5:20 बजे- सरयू आरती का आयोजन।
6:00 बजे -राम की पैड़ी पर दीपोत्सव की शुरूआत।
7:40 बजे -राम की पैड़ी पर आतिशबाजी और लेजर शो।
8:30 बजे – श्रीलंका के सांस्कृतिक दल द्वारा रामलीला मंचन।
अयोध्या में अवतार लिए प्रभु राम की महिमा विश्व भर में है। आज भी विश्व के 120 देशों में उनकी तरह-तरह से आराधना होती है। इसमें सबसे बड़ा मुस्लिम देश इंडोनेशिया राम को अपना पूर्वज मानता है। सदियों से उपेक्षित छद्म राजनीति की शिकार अयोध्या का वैभव लौटाने का बीड़ा मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने लिया। इसी का बड़ा रूप दिव्य दीपोत्सव बना।