श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े की ओर से निकाली जाने वाली प्राचीन पवित्र छड़ी यात्रा उत्तराखंड भ्रमण के लिए रवाना हो गई। बुधवार को रवाना होने से पूर्व भगवान बाल्मीकि की पूजा अर्चना के बाद मनसा देवी मंदिर पहुंची। जहां पर छड़ी का अभिषेक किया गया। जूना अखाड़े की ओर से आमंत्रण के बाद भी सीएम कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए।
बुधवार को शरद पूर्णिमा के मौके पर अधिष्ठात्री मायादेवी मंदिर परिसर में जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि सहित विभिन्न पदाधिकारियों ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की। इसके बाद बाल्मीकि चौक स्थित भगवान बाल्मीकि की पूजा अर्चना की गई। इस दौरान पार्षद विनीत जौली,व्यापारी नेता कैलाश केसवानी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, व्यापारियों ने छड़ी की पूजा अर्चना की। इसके बाद पवित्र छड़ी मनशा देवी मंदिर ले जाया गया। जहां पर आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि, श्रीनिरंजनी पंचायती अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी, महंत रामरतन गिरि सहित कई संत, श्रद्वालुओं ने पवित्र छड़ी की आगवानी करते हुए पूजा अर्चना के बाद छड़ी का अभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद पवित्र छड़ी वापस मायादेवी मंदिर पहुंची। जहां पर पूर्ण वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना के बाद पवित्र छड़ी को उत्तराखंड के चारो धामों के अलावा विभिन्न पौराणिक स्थलों के भ्रमण के लिए रवाना किया गया।