मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक परिवार ने अपने बच्चे के जन्म की खुशी में किन्नर समाज के सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया। आयोजक दीपक सिंह ठाकुर और उनकी पत्नी आशा ने बताया, जैसे ब्राह्मणों, कन्याओं आदि का भोज होता है ऐसे ही एक प्रथा शुरू करनी चाहिए जिसमें किन्नर समाज का भोज हो और उनको सम्मान मिले।
अमूमन सभी लोगों ने आज तक अपने बेटा-बेटी का जन्म होने पर किन्नरों को घरों पर नाचने व गाते देखा होगा, लेकिन शहर के अन्नापूर्णा कॉम्प्लेक्स निवासी दीपक सिंह ठाकुर ने बेटे होने की खुशी में शहर के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले 200 किन्नरों को भोज पर आमंत्रित किया।
किन्नरों की पसंद के पकवान बनवाए और किन्नर गुरुओं का शॉल-श्रीफल से सम्मानित किया। किन्नरों ने कार्यक्रम में ढोलक बजाकर गीत-भजन गाए गए। कार्यक्रम में आए कलाकारों ने कव्वाली की प्रस्तुति दी। गाना-बजाना करके दपंती के सवा महीने के बेटे खुशांक को आशीर्वाद व दुआएं दीं।
किन्नर हाजी सुरैया नायक गुरु मंगलवारा और बुधवारा से पूजा नायक सहित अन्य किन्नर खुशी में नृत्य करते हुए दिखे। बेटे को गोद में उठाकर भजनों व गानों पर नृत्य किया। उसे दुलार करके आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम शाम छह बजे शुरू हुआ। रात आठ बजे किन्नर गुरुओं का सम्मान किया गया। इसके बाद भोज हुआ। कार्यक्रम में दंपती के परिवार के सदस्य, रिश्तेदार व आसपास के लोग शामिल हुए।