हरिद्वार। श्रावण के आखिरी चौथे सोमवार को शहर और देहात के शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ी। लोगों ने भगवान शिव का पंचामृतों से अभिषेक किया। सुबह ही मंदिरों में युवतियों और विवाहिताओं ने भगवान शिव के दर्शन के साथ ही अलग-अलग तरह से अभिषेक किया। लोगों ने उपवास भी रखा। कई यजमानों ने दूध, जल और शहद से शिवलिंग को स्नान कराया।
प्राचीन मंदिर दक्षेश्वर महादेव मंदिर, बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर, नीलेश्वर महादेव मंदिर, पीलेश्वर महादेव मंदिर, कुंडी सोटा मंदिर, द्ररिद भंजन महादेव, तिलभांडेश्वर मंदिर में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अभिषेक किया गया। रूद्र कथाएं भी पढ़ी गई तो कई मंदिरों में शिव चालीसा पाठ का वाचन पुजारियों व भक्तों की तरफ से किया गया।
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शिव आराधना कर मांगी सुख-शांति
धनौरी। श्रद्धालुओं ने घरों और मंदिरों में शिव आराधना कर परिवार के सुख शांति की कामना की। गांव तेलीवाला, धनौरा, आनेकी, औरंगाबाद, दौलतपुर, डालुवाला कलां, मुलदासपुर माजरा, बहादरपुर सैनी आदि गांवों में श्रद्धालुओं ने जल चढ़ाया। धनौरी पीपल वाले शिव मंदिर के पुजारी दीपक महाराज ने बताया श्रद्धालुओं ने शारीरिक दूरी बनाकर जल चढ़ाया है। उन्होंने बताया कि सावन के सोमवार पर जल चढ़ाने का विशेष महत्व होता है। संवाद
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शिवलिंग पर किया जलाभिषेक
पथरी। गांव शिवगढ़ के निकट पथरी जंगल में ऐतिहासिक प्राचीन पथेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण के अंतिम सोमवार को लोगों ने कोविड 19 का पालन करते हुए शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। दूसरी ओर गांव शाहपुर, शेरपुर, बादशाहपुर, धारीवाला, रानीमाजरा, धनपुरा, फेरुपुर, बहादरपुर जट, सुभाषगढ़ समेत कई स्थानों पर सावन माह के अंतिम सोमवार को शिव मंदिरों में लोगों ने कोविड 19 का पालन करते हुए शिवलिंग पर जलाभिषेक किया।