जाप के शुभ फल :-
- धन की प्राप्ति होती है।
- संतान सुख का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- ऐश्वर्य से जीवन परिपूर्ण होता है।
- अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
- नियंत्रण क्षति से छुटकारा मिलता है।
गुप्त नवरात्रि में विशेष रूप से तंत्र साधना को महत्व दिया जाता है। इन दिनों मंत्रों का जाप करने से देवी बहुत प्रसन्न होती है तथा अपने श्रद्धालुओं की सभी कामनाओं को पूर्ण करती है। गुप्त नवरात्रि के समय दस महाविद्याओं की आराधना की जाती है। इन देवियों में माँ बगलामुखी का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है। यह दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या है। इन्हे पीला रंग बहुत पसंद है , इसलिए इन्हे देवी पीताम्बरा के नाम से भी जाना जाता है। देवी ने अपनी मूर्ति में भी पीले रंग के वस्त्र ही धारण किए रहतें है।
बगलामुखी मंत्रों का जाप क्यों अनिवार्य है ?
- यदि आप कार्य में बाधाओं से परेशान हैं।
- बनते बनते काम बिगड़ जाते हैं।
- रोग पीछा नहीं छोड़ रहे हैं।
- शत्रुओं से घिरे हुए हैं।
ऐसे में शास्त्र दस महाविद्याओं में प्रचंड वडवानल सी बाधाओं को नष्ट करने वाली मां बगलामुखी की उपासना और पूजा करने के लिए निर्देश देते हैं।
कहतें है की गुप्त नवरात्रि के समय माँ बगलामुखी के मंत्रों का जाप करने से घर – परिवार में सम्पन्नता आती है। यह शत्रुओं को नष्ट करने वाली देवी के रूप में जानी जाती है। जो कोई भी इनके आशीर्वाद को प्राप्त कर लेता है , उसे फिर किसी भी प्रकार की मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है। देवी उसके मार्ग में आ रही समस्त बाधाओं का नाशकर , उसके सुख – समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती है।