हरिद्वार। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के जिला स्तरीय सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के हितों के खिलाफ जल्दबाजी में तीन कृषि कानून पारित किए हैं। भाजपा राज में हर वर्ग परेशान है। महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है, जिससे इस वर्ग के सामने परेशानी खड़ी हुई है। राज्य सरकार श्रमिक विरोधी नीतियां ला रही है, जो निंदनीय है।

भेल स्थित राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के कार्यालय पर जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें श्रमिकों के हितों के लिए 17 प्रस्ताव पारित किए गए। 44 संसोधित श्रम कानून श्रमिकों के हितों विपरीत हैं। इन कानूनों को निरस्त किया जाए। कहा कि उत्तराखंड के हित में सख्त भू-कानून बनाया जाना चाहिए, जिससे बाहरी भूमाफिया का बढ़ता प्रभाव रोका जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल और लॉकडाउन व प्रतिबंधों से प्रभावित असंगठित क्षेत्र व बंद उद्योगों के श्रमिकों, प्रवासी श्रमिक व बेरोजगारों को 7500 मासिक आर्थिक सहायता स्वीकृत की जाए। इस दौरान इंटक के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश राजपूत के साथ संजय कुमार चौहान, पितांबर सिंह, दारा सिंह चौहान, हितेश कुमार चौहान, धर्मेंद्र गुर्जर, सतीश चौहान ने सर्वजन स्वराज पार्टी छोड़कर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान प्रमुख महामंत्री एपी अमोली, यूथ प्रदेश अध्यक्ष संग्राम सिंह पुंडीर, जिलाध्यक्ष भगत सिंह, जिला पंचायत सदस्य रोशन लाल, जगदीश बहुगुणा, संजय बिष्ट, राहुल चौहान, सुकरम पाल, बीएस तेजियान, तेलूराम, मुकुल सिंह, मनोज यादव, राजेंद्र चौहान, कैलाश चंद, अंबरीश प्रजापति और रवि बहादुर मौजूद रहे।

 

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