एवरेस्ट फतह करने वाले निम और जिम के संयुक्त अभियान दल के सदस्यों ने नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस अवसर पर निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने रक्षा मंत्री को उत्तरकाशी आने का न्योता दिया। रक्षा मंत्री ने इसे स्वीकार कर जल्द उत्तरकाशी आने का आश्वासन दिया है।
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) उत्तरकाशी और जवाहर पर्वतारोहण एवं शीतकालीन खेल संस्थान (जिम) पहलगाम के संयुक्त अभियान दल की फ्लैग इन सेरेमनी नई दिल्ली में संपन्न हुई। इस मौके पर दल का नेतृत्व करने वाले जिम के प्रधानाचार्य कर्नल ईश्वर सिंह थापा ने रक्षा मंत्री को प्रतीक चिह्न के रूप में पर्वतारोहण में इस्तेमाल होने वाला आइस एक्स सौंपा। उन्होंने बताया कि चक्रवाती तूफान ताउते और यास के चलते अभियान दल को नेपाल में कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। 1 जून को सुबह 6:20 बजे दल एवरेस्ट पर पहुंचने में कामयाब हुआ। वहीं, अपने कार्यकाल में एवरेस्ट फतह करने वाले कर्नल अमित बिष्ट निम के पहले प्रधानाचार्य भी बन गए। कोरोना काल में निम ने आईटीबीपी के साथ संयुक्त अभियान में वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप स्थित छह अनाम चोटियों पर छह दिन में आरोहण किया था। साथ ही नेलांग घाटी से मुलिंग्ला से लेकर माणा तक 75 किलोमीटर पेट्रोलिंग की थी। इस मौके पर निम के हवलदार अनिल चौधरी, दीप बहादुर शाही व जिम के हवलदार इकबाल खान, हवलदार चंद्र नेगी और महफूज इलाही शामिल रहे।
हिमालयन म्यूजियम का होना है उद्घाटन
निम में 12 करोड़ रुपये के बजट से उत्तराखंड की संस्कृति और विरासतों से संबंधित चीजों को संजोने के लिए हिमालय संग्रहालय लगभग बनकर तैयार है। पिछले वर्ष राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इसके उद्घाटन के लिए आना था, लेकिन कोविड के चलते यह कार्यक्रम नहीं हो पाया। अब उम्मीद जताई जा रही है कि रक्षा मंत्री उत्तरकाशी इसका उद्घाटन कर सकते हैं।