ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना की छह एडिट टनल का काम पूरा हो चुका है। मुख्य सुरंगों का निर्माण करने के लिए 10 किमी एप्रोच रोड भी बना दी गई है।
यह जानकारी रेल विकास निगम के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को दी। मंगलवार को मुख्यमंत्री परियोजना की प्रगति की जानकारी ले रहे थे। मुख्यमंत्री ने रेल लाइन के कार्यों में तेजी लाने और इसे निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने पर जोर दिया। 2024 तक इस रेल लाइन निर्माण को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यों में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार की ओर से जो भी मदद की जरूरत होगी, वह दी जाएगी। रेल विकास निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक हिंमाशु बडोनी ने जानकारी दी कि 125 किमी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर 12 स्टेशन व 17 टनल बनाए जा रहे हैं।
मुख्य सुरंगों के कार्यों में आएगी तेजी
मुख्य सुरंगों के कार्यों में तेजी लाने के लिए 10 कार्य स्थलों के लिए 12 किमी की एप्रोच रोड का निर्माण पूर्ण हो चुका है। जबकि सात में से छह एडिट टनल का कार्य पूर्ण हो चुका है।
18 बड़े ब्रिज बनाए जा रहे
इस रेल लाइन में 18 बड़े एवं 36 छोटे ब्रिज के निर्माण किए जा रहे हैं। चंद्रभागा ब्रिज का निर्माण पूर्ण हो चुका है। शेष सभी पर कार्य चल रहा है।
मार्च 2024 तक निर्माण होना है पूरा
मार्च 2024 तक इनका निर्माण पूर्ण किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। रेल विकास निगम द्वारा इसके अलावा राज्य के कल्याण के लिए श्रीनगर में हॉस्पिटल बिल्डिंग, हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर टॉयलेट ब्लॉक, गौचर एवं कालेश्वर में रोड ब्रिज, श्रीकोट (श्रीनगर) में स्टेडियम बनाया जा रहा है।
ये अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, विशेष कार्याधिकारी जे. सुंद्रियाल, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, एसएन पांडेय, जियोलॉजिस्ट रेल विकास निगम विजय डंगवाल आदि उपस्थित थे।