सरकार द्वारा गठित देव स्थानम बोर्ड के खिलाफ केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित समाज का विरोध लगातार जारी है। एक ओर पूर्व में तीर्थपुरोहितों ने उपवास कर विरोध किया तो अब शीर्षासन द्वारा अपना विरोध जता रहे हैं। आचार्य संतोष त्रिवेदी का मंदिर परिसर के आगे तीसरे दिन भी शीर्षासन जारी रहा।
गुरुवार को केदारनाथ धाम में आचार्य संतोष त्रिवेदी ने तीर्थ पुरोहित समाज की ओर से शीर्षासन कर विरोध जताया। तीर्थपुरोहितों का कहना है कि उनके बार-बार विरोध करने के बाद सरकार ने देव स्थानम बोर्ड का गठन किया। इससे तीर्थपुरोहितों के हक-हकूकों के साथ ही स्थानीय लोगों के हक भी प्रभावित होंगे। जिस तरह बदरी-केदार मंदिर समिति के रहते कार्य हो रहे थे, उसके बजाए अनेक प्रतिबंध लगाए जाएंगे। कहा कि तीर्थपुरोहित लगातार सरकार को अपना पक्ष रखते आए हैं किंतु लम्बे समय बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जबकि पूर्व में सीएम तीरथ रावत ने भी देवस्थानम बोर्ड खत्म करने को लेकर आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि यदि सरकार द्वारा शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई करते हुए बोर्ड को भंग करते हुए बदरी-केदार मंदिर समिति की व्यवस्था लागू नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी। इस मौके पर तीर्थ पुरोहित अंकुर शुक्ला, अंकित सेमवाल, आचार्य संतोष त्रिवेदी, केदारसभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, प्रवीन तिवारी सहित कई तीर्थपुरोहित मौजूद थे।