अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की जमीन से जुड़े विवाद पर यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एक बार फिर बोले हैं। मंगलवार को उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर यह मसला उठाने वाले लोगों रामद्रोही बताया। इससे पहले सोमवार को भी उन्होंने ऐसा ही एक बयान दिया था। एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्रस्ट पदाधिकारियों के इस्तीफे की मांग की है। इस पूरे विवाद में सीएम योगी ने अधिकारियों से पूरी जानकारी मांगी है।
मंगलवार को केशव प्रसाद मौर्य ने तीन ट्वीट किए। इनमें लिखा था, ‘रामलला का भव्य मंदिर निर्माण रामद्रोहियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। रामभक्तों का भरोसा अटल, राजनीति स्वीकार
- अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की जमीन से जुड़े विवाद पर यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एक बार फिर बोले हैं
- मंगलवार को उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर यह मसला उठाने वाले लोगों रामद्रोही बताया
- एसपी प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्रस्ट पदाधिकारियों के इस्तीफे की मांग की है
नहीं। रामभक्तों को रामद्रोही उपदेश न दें।’
अखिलेश बोले- इस्तीफा दें ट्रस्ट के सदस्य
इसी बीच एक मीडिया चैनल से बातचीत में यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर राम मंदिर निर्माण में भ्रष्टाचार की खबरें आती हैं तो कम से कम ट्रस्ट के सदस्यों को पद से इस्तीफा देना चाहिए। अगर मर्यादा पुरुषोत्तम राम को लेकर कोई काम हो रहा है और ऐसे आरोप लगें तो ट्रस्ट के सदस्यों को इस्तीफा देना चाहिए।’
ये हैं आरोप
अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से खरीदी गई जमीन में घोटाले का आरोप लगा है। यह आरोप आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह और अयोध्या के पूर्व विधायक और समाजवादी पार्टी नेता पवन पांडे ने लगाया है। इनमें कहा गया है कि जमीन का सौदा पहले 2 करोड़ रुपये में तय हुआ लेकिन इसे 18.50 करोड़ रुपये में खरीदा गया