नववर्ष 2026 पर भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में सुरक्षा, दर्शन व्यवस्था और मूलभूत सुविधाओं को लेकर व्यापक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।अंग्रेजी नववर्ष 2026 के अवसर पर भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संभावित भारी भीड़ को देखते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन द्वारा व्यापक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सामान्य दर्शन, भस्मार्ती दर्शन, लड्डू प्रसाद, पूछताछ केंद्र, पार्किंग, जूता स्टैंड, पेयजल, प्रकाश, सुरक्षा सहित सभी मूलभूत सुविधाओं को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है।मंदिर प्रबंधन के अनुसार, दर्शनार्थियों के लिए सुगम एवं व्यवस्थित दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। श्रद्धालु चारधाम मंदिर पार्किंग से प्रवेश कर शक्ति पथ, त्रिवेणी संग्रहालय, नंदी द्वार और श्री महाकाल महालोक होते हुए मानसरोवर भवन, फैसिलिटी सेंटर-01 और नवीन टनल-01 से गणेश मंडपम पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे। दर्शन के पश्चात श्रद्धालु आपातकालीन निर्गम द्वार से बड़ा गणेश मंदिर, हरसिद्धि मंदिर तिराहा होते हुए पुनः चारधाम मंदिर पार्किंग पहुंचेंगे।
अधिक भीड़ होने पर वैकल्पिक व्यवस्था
अत्यधिक भीड़ की स्थिति में श्रद्धालुओं को फैसिलिटी सेंटर-01 से सीधे कार्तिकेय मंडपम में प्रवेश दिया जाएगा तथा द्वार क्रमांक-10 अथवा निर्माल्य द्वार के माध्यम से बाहर निकाला जाएगा।
चलित भस्मार्ती दर्शन की व्यवस्था
चलित भस्मार्ती दर्शन दिनांक 25 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026 तक ऑनलाइन रहेंगे, जबकि 31 दिसंबर को ऑफलाइन भस्मार्ती पंजीकरण बंद रहेगा। श्रद्धालुओं के लिए भस्मार्ती के दौरान प्रातः 4:15 बजे से कार्तिकेय मंडपम से चलित भस्मार्ती दर्शन की व्यवस्था की जाएगी।
अन्य व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान
श्रद्धालुओं की सुगम आवाजाही और दिशा-निर्देशन के लिए सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, मंदिर परिसर, जूता स्टैंड, वाहन पार्किंग, लड्डू प्रसाद काउंटर, प्राथमिक उपचार केंद्र एवं पेयजल स्थलों पर फ्लेक्स होर्डिंग लगाए जाएंगे। लड्डू प्रसाद की सहज उपलब्धता के लिए बड़ा गणेश मंदिर और विक्रमादित्य टीले के समीप तथा आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त लड्डू प्रसाद काउंटर बनाए जाएंगे