मेला क्षेत्र के सेक्टर एक के मजिस्ट्रेट पर मंगलवार की देर रात जेसीबी चालक गुनगुन को पीटने का आरोप है। मजिस्ट्रेट का कहना है कि जेसीबी चालक बालू उठाकर ले जा रहा था जबकि चालक का कहना है कि वह लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर के आदेश पर बालू उठा रहा था।
मेला क्षेत्र के सेक्टर एक के मजिस्ट्रेट पर मंगलवार की देर रात जेसीबी चालक गुनगुन को पीटने का आरोप है। मजिस्ट्रेट का कहना है कि जेसीबी चालक बालू उठाकर ले जा रहा था जबकि चालक का कहना है कि वह लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर के आदेश पर बालू उठा रहा था।
घटना के विरोध में बुधवार को मजदूर और चालक त्रिवेणी पुल के पास धरने पर बैठ गए। दोपहर बाद मौके पर पहुंचे सेक्टर मजिस्ट्रेट ने अपनी गलती स्वीकार कर कहा कि भ्रम में उन्होंने ऐसा कर दिया। इसके बाद धरना समाप्त कर मजदूर अपने काम में जुट गए।
फाफामऊ निवासी चालक गुनगुन ने बताया कि संगम अपर मार्ग पर वह मंगलवार की रात जेसीबी से बालू उठा रहा था। उसी समय सेक्टर मजिस्ट्रेट पहुंचे और बिना कुछ पूछे पिटाई शुरू कर दी। उन्हें बार-बार बताता रहा कि ठेकेदार और जेई के आदेश पर वह ऐसा कर रहा है लेकिन उन्होंने एक न सुनी और जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया।
उनसे कहा कि जहां बालू गिराई जा रही है वहां चलकर मौका मुआयना कर लीजिए। वह मौके पर गए और वहीं गुनगुन को छोड़ कर चले गए। ठेकेदार जनमेजय सिंह ने बताया कि सुबह जैसे ही चालकों और मजदूरों को इसकी जानकारी मिली तो वह त्रिवेणी पांटून पुल पर जेसीबी से गड्ढा कर धरने पर बैठ गए। इससे पुल पर आवागमन बंद हो गया और निर्माण कार्य ठप हो गया।
बाद में सेक्टर मजिस्ट्रेट ने अपनी गलती स्वीकार की जिसके बाद मजदूरों ने धरना समाप्त किया। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सुनील कुमार उपाध्याय ने बताया कि सेक्टर मजिस्ट्रेट ने भ्रम में ऐसा कदम उठा दिया था। मजदूरों को समझा बुझाकर धरना समाप्त करा दिया गया है।