श्री हंस महाराज की 125वीं जयंती के अवसर पर ऋषिकुल कॉलेज मैदान हरिद्वार में दो दिवसीय जनकल्याण समारोह शुरू हो गया है। इसका आयोजन हंस ज्योति-ए यूनिट ऑफ हंस कल्चरल सेंटर (नई दिल्ली) द्वारा किया जा रहा है। द हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत भोले महाराज और माताश्री मंगला के सानिध्य में आयोजित इस समारोह में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु-भक्त पहुंचे हैं। भोले महाराज ने भजन प्रस्तुत कर लोगों को ज्ञान, भक्ति, मानव सेवा और परोपकार के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। माता मंगला ने श्री हंस महाराज को अलौकिक महापुरुष बताते हुए कहा कि हरिद्वार उनकी जन्म और कर्मस्थली रही है। उन्होंने कहा कि श्री हंस महाराज ने ज्ञान से करोड़ों लोगों का जीवन बदला। उनका लगाया अध्यात्म ज्ञान का पौधा आज विशाल वृक्ष बन चुका है और इसका डंका विश्वभर में बज रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि श्री हंस महाराज का आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान था और भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद उनके शिष्य थे।